अयोध्या। समाजवादी पार्टी की नई कार्यकारिणी में स्वामी प्रसाद को महासचिव बनाए जाने की घोषणा की कड़ी प्रतिक्रिया रामनगरी अयोध्या में देखने को मिली। हनुमान गढ़ी से जुड़े महंत राजू दास ने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के महासचिव बनाए जाने के फैसले पर कड़ी आपत्ति दर्ज की है। उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य का सिर काटने वाले को 21 लाख का इनाम देने की भी घोषणा की।

उन्होंने कहा है कि रामचरित मानस व सनातन धर्म के खिलाफ लगातार अपमानजनक टिप्पणी करने वाले सपा नेता स्वामी प्रसाद पर उन्हें कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए लेकिन सपा ने कार्रवाई की बजाय स्वामी प्रसाद को प्रमोशन देकर अपनी नीति स्पष्ट कर दी है क्योंकि अभी तक अखिलेश कह रहे थे कि वह किसी भी धर्म का अपमान नहीं करते हैं लेकिन लगातार साधु संतों को आतंकी कहना, ब्राह्मणों को अपशब्द कहना राममचरित मानस पर टिप्पणी करना स्वामी प्रसाद की देन है। साधु-संतों में रोष है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि स्वामी प्रसाद पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे, नहीं तो हम लोग कड़ी कार्रवाई करेंगे।

अयोध्या हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने स्वामी प्रसाद मौर्य को सपा का राष्ट्रीय महासचिव बनाये जाने पर उन्होंने पूर्व सीएम अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा है। उन्होंने अपने बयान में कहा कि अभी तक अखिलेश यादव कह रहे थे कि हम किसी भी धर्म का अपमान नहीं करते लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्य के जहरीले बोल, लगातार साधु संतों को आतंकी व अपशब्द कहना, ब्राह्मणों को गाली देना, रामचरितमानस को लेकर उल्टी सीधी टिका टिप्पणी करना और लखनऊ में ओबीसी मोर्चा द्वारा रामचरित मानस की प्रति जलाया जाना यह सब स्वामी प्रसाद मौर्य की देन है। इस सबको लेकर उन्होंने सपा मुखिया को लेकर कहा कि आपने (अखिलेश यादव) स्वामी प्रसाद मौर्य का डिमोशन करने के बजाए उनका प्रमोशन कर दिया। इसको लेकर साधु संतों में रोष है।

‘स्वामी प्रसाद मौर्य का सिर तन से जो जुदा करने वाले को 21 लाख’

वहीं राजू दास ने बताया कि स्वामी प्रसाद मौर्य का सिर तन से जो जुदा करेगा उसे हम 21 लाख का ईनाम देंगे। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार से यह मांग की कि जिसने भी रामचरितमानस की प्रति जलाई है उसके खिलाफ सख्त सख्त कार्रवाई की जाए। अगर सरकार कार्रवाई नहीं करेगी तो हिन्दू जनमानस खुद उन लोगों पर कार्रवाई करेगा। इस सम्बंध में महंत राजू दास का एक वीडियो बयान भी जारी हुआ है।

स्वामी प्रसाद मौर्य को महासचिव बनाने के बाद से सियासत तेज

बता दें, समाजवादी पार्टी ने रविवार को 62 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी का एलान किया है। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोनीत किया गया है। वहीं स्वामी प्रसाद मौर्य व शिवपाल यादव, आजम खां को राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है। रामचरितमानस को लेकर दिए गए बयान के बाद विवादों में घिरे स्वामी प्रसाद मौर्य को सपा में बड़ी जिम्मेदारी मिलने के बाद सियासत तेज हो गई है बीजेपी ने भी इसको लेकर सपा व अखिलेश यादव पर हमला बोला है। उसी क्रम में अब साधु संतों ने भी अपनी नाराजगी व्यक्त कर दी है।