नई दिल्ली। राजधानी के इंदिरा गांधी स्टेडियम में शनिवार से कांग्रेस महाधिवेशन शुरू हो गया। पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने वंदे मातरम गीत गाकर और ध्वजारोहरण कर अधिवेशन की औपचारिक शुरुआत की। राहुल गांधी ने अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि, आज देश में गुस्सा फैलाया जा रहा है, लोगों को आपस में लड़ाया जा रहा है, देश को बांटने का काम किया जा रहा है। कांग्रेस का निशान देश को जोड़ने वाला निशान है।

भाजपा गुस्से की राजनीति करती है और हम प्यार की राजनीति करते हैं
राहुल गांधी ने अधिवेशन में कहा कि, युवा जब मोदी की ओर देखते हैं तो उन्हें रास्ता नहीं दिखता है। देश के युवा ठगे हुए हैं। भाजपा गुस्से की राजनीति करती है और हम प्यार की राजनीति करते हैं। राहुल गांधी ने कि वह आज के भाषण में कम बोलेंगे, लेकिन समापन भाषण में अपनी बात विस्तार से रखेंगे। राहुल ने कहा कि पार्टी नए तरीके से आगे बढ़ेगी, युवा लोग पार्टी को चलाएंगे लेकिन सीनियर नेताओं को साथ में लेकर ही पार्टी आगे बढ़ेगी।

हमारी पार्टी प्यार से आगे बढ़ रही है
राहुल ने कहा कि, अधिवेशन भविष्य की बात कर रहा है वर्तमान की बात कर रहा है। बीते हुए समय को नहीं भूला जाता है।देश को सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही रास्ता दिखा सकती है| कांग्रेस पार्टी प्यार और भाईचारे का प्रयोग करती है जबकि विपक्ष क्रोध का इस्तेमाल करती है| कांग्रेस पार्टी देश के प्रत्येक व्यक्ति के लिए काम करेगी। उन्होंने कहा कि ये देश हर किसी का है, हर धर्म वाले का है। राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार कांग्रेस का महाधिवेशन हो रहा है। कांग्रेस ने मोदी सरकार के खिलाफ एक बुकलेट जारी की है। ध्वजारोहण के बाद अधिवेशन में कांग्रेस के दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी गई।

महाधिवेशन की शुरुआत शुक्रवार को हो गई थी
इसके बाद दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने कार्यक्रम में कहा कि पिछले एक दशक में राहुल गांधी दलितों और पिछड़ों की आवाज़ बन गए हैं। माकन ने कहा कि देश की सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा करना अब राहुल गांधी के हाथ में है। अधिवेशन में कांग्रेस महाधिवेशन स्थल पर यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का पीसी चाको और अजय माकन ने स्वागत किया। महाधिवेशन की शुरुआत शुक्रवार को हो गई थी लेकिन आज राहुल गांधी के भाषण के साथ इसकी औपचारिक शुरुआत हो जाएगी। इसमें पार्टी की अगले 5 साल की दशा-दिशा तय होगी, साथ ही आर्थिक एवं विदेशी मामलों सहित चार महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए जाएंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *