भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि राज्य में रोजगार संबंधी कोई योजना बंद नहीं की गयी है। चौहान ने यहां मीडिया से कहा कि रोजगार संबंधी योजना का स्वरूप बदलने का विचार चल रहा है। इस पर कार्रवाई की जा रही है। युवा उद्यमी योजना हमने इसलिए बनायी थी कि प्रतिभाशाली युवा स्टार्टअप के जरिए उद्योगपति बन सकें। लेकिन विश्लेषण में पता चला कि युवा पहले से ही स्थापित हैं। जो ऐसे परिवारों से आते हैं, उन्हीं के परिजनों को लाभ जाता था।
चौहान के मुताबिक उन्हें लगा कि जो जरुरतमंद है, उन्हें ही लाभ मिलना चाहिए। इसलिए फिर से योजना बनाने और स्वरूप बदलने का तय किया गया। नए स्वरूप में योजना आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाने के लक्ष्य को भी पूर्ण करने में मददगार साबित होगी। उन्होंने युवाओं को रोजगार मुहैया कराने की सरकार की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि हाल ही में दो फैक्ट्रियों का उदघाटन किया गया है। इस दिशा में लगातार कार्य कर रहे हैं। इनसे हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा।
चौहान ने यह भी कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को इस मामले में सवाल पूछने का अधिकार ही नहीं है। वे तो युवाओं को बैंड बजाने और ढोर चराने का प्रशिक्षण दिलवा रहे थे। उन्होंने युवाओं को तबाह किया और अब सवाल पूछ रहे हैं।
इसके पहले कमलनाथ ने ट्वीट करके आरोप लगाया कि शिवराज सरकार किसाना विरोधी होने के साथ ही युवा और रोजगार विरोधी है। यह सरकार रोजगार वाली योजनाओं को बंद कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कृषि उद्यमी योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत बड़ी संख्या में युवाओं को ऋण मिलने के साथ साथ अनुदान व सब्सिडी भी मिलती थी। जो प्रकरण स्वीकृत हो चुके हैं, उनके भी आवेदन रोकने का निर्णय लिया गया है। कमलनाथ ने कहा कि सरकार ऐसे जनविरोधी फैसले पर पुनर्विचार करें और इन योजनाओं को तत्काल वापस प्रारंभ किया जाए।