भोपाल। मध्यप्रदेश में अब मैदानी स्तर पर काम ही वहां के अफसरों की बेहतर रैंकिंग कराएगा। मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्यमंत्री सचिवालय की टीम ने सरकारी महकमों और जिलों के कामों की मॉनिटरिंग शुरू कर दी है।
प्रदेश के सरकारी महकमों और जिलों में मैदानी स्तर पर तैनात अफसरों की कार्यप्रणाली में सुधार लाने के लिए यह कवायद की जा रही है। विभागाध्यक्ष से लेकर कलेक्टर तहसीलदार तक के कामों की मानीटरिंग हो रही है कि वे जनता से कितना संवाद रखते है। काम कितने दिन में पूरे होते है। जो शिकायतें और समस्याएं अफसरों तक पहुंच रही है उनका निपटारा किस तरह और कितने समय में हो रहा है इस पर नजर रखी जा रही है। जिले में कलेक्टर और विभाग में विभागाध्यक्ष अपने काम की प्रोग्रेस रिपोर्ट मुख्यमंत्री सचिवालय में इसके लिए तैनात की गई टीम तक पहुंचाएंगे। मुख्यमंत्री चाहते है कि अधिकारी रूटीन कामों पर ध्यान दें और जनता परेशान ना हो। समय पर लोगों के काम हो जिससे वे राहत महसूस करे और दफ्तरों में पहुंचने वाले आम आदमी संतुष्टिपूर्वक कार्यालय से बाहर जाए।