इस दौरान उन्होंने किसानों से चर्चा कर मण्डी में लाई गई उनकी उपज के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने पिपरसमा के किसान नारायण धाकड़, बाकड़े के गिर्राजजी महाराज द्वारा भावांतर भुगतान योजना के तहत मण्डी में बेची गई सोयाबीन की फसल की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने किसानों से मण्डी में उपलब्ध मूलभूत व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी लेते हुए मण्डी निरीक्षक को निर्देश दिए कि 50 हजार रूपए तक के भुगतान की व्यवस्था भी मण्डी के माध्यम से करना सुनिश्चित करें।