इंदौर के होलकर क्रिकेट स्टेडियम में विदर्भ के तेज़ गेंदबाज़ रजनीश गुरबानी ने दिल्ली के खिलाफ हैट्रिक बनाकर तहलका मचा दिया है. हर कोई जानता है कि इंदौर में रणजी ट्रॉफी के 84वें सीजन का खिताबी मुकाबला विदर्भ और दिल्ली के बीच खेला जा रहा है. गुरबानी ने अपनी हैट्रिक के दौरान दिल्ली के विकास मिश्रा, नवदीप सैनी और ध्रुव शौरे को अपना शिकार बनाया. संयोग की बात ये है कि उन्होंने ये तीन विकेट बोल्ड आउट किए हैं.रजनीश गुरबानी ने 69 रन देकर छह विके​ट लिए और अपनी विरोधी टीम को सिर्फ 295 रन पर ढेर कर दिया.

गुरबानी ने अपने 23वें और पारी के 101वें ओवर की पांचवीं बॉल पर दिल्ली के विकास मिश्रा को सात रन के स्कोर पर बोल्ड किया तो अगली बॉल पर नवदीप सैनी बिना खाता खोले उनका शिकार हो गए. सैनी को भी उन्होंने बोल्ड किया था. जबकि अपने 24वें और पारी के 103वें ओवर की पहली बॉल पर दिल्ली के ध्रुव शौरे को आउट करके गुरबानी ने अपनी पहली और विदर्भ के लिए चौथी हैट्रिक पूरी की.145 रन बनाकर खेल रहे दिल्ली के शौरे को भी उन्होंने बोल्ड किया.

वैसे इस युवा गेंदबाज़ ने कर्नाटक के खिलाफ रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल मुकाबले में भी शानदार प्रदर्शन करते हुए विदर्भ को रणजी इतिहास में पहली दफा फाइनल में पहुंचाने का दम दिखाया था. कोलाकाता में खेले गए सेमीफाइनल में उन्होंने 12 विकेट का शानदार प्रदर्शन किया था.

दिल्ली के खिलाफ 59 रन देकर गुरबानी ने छह विकेट लिए हैं जो कि उनका दूसरा सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ी प्रदर्शन है.उन्होंने इस सत्र में सेमीफाइनल में कोलकाता में कर्नाटक के खिलाफ 68 रन पर 7 विकेट लिए थे जो उनका सर्वोच्च गेंदबाज़ी प्रदर्शन है. वैसे गुरबानी अब तक पांच बार एक पारी में पांच या उससे ​अधिक विकेट ले चुके हैं और ये सब प्रदर्शन इस साल ही आए हैं. वह रणजी के मौजूदा सत्र में अब तक छह मैच में 15.56 की औसत से 37 विकेट ले चुके हैं. इस सत्र में सबसे अधिक विकेट केरल के जलज सक्सेना ने हासिल किए हैं. उन्होंने 17.11 की औसत से सात मैच में 44 विकेट अपने नाम किए हैं.

विदर्भ के लिए चौथी हैट्रिक
रजनीश गुरबानी विदर्भ के लिए हैट्रिक लेने वाले कुल तीसरे गेंदबाज़ हैं.विदर्भ के​ लिए प्रीतम गांधे ने दो हैट्रिक ली हैं. उन्होंने राजस्थान के खिलाफ 1993-94 और सर्विस के खिलाफ 2008-09 में ऐसा किया था. जबकि टीम इंडिया के तेज़ गेंदबाज़ उमेश यादव विदर्भ के लिए हैट्रिक लेने वाले दूसरे गेंदबाज़ हैं. उमेश ने राजस्थान के खिलाफ 2015-16 में ऐसा किया था.

रणजी की 76वीं और नॉकआउट की 7वीं हैट्रिक
विदर्भ के तेज़ गेंदबाज़ रजनीश ने रणजी के मौजूदा सत्र की दूसरी हैट्रिक ली. इससे पहले कर्नाटक के कप्तान आर विनय कुमार ने क्वार्टरफाइनल में मुंबई के खिलाफ इस सत्र की पहली हैट्रिक अंजाम दी थी. बहरहाल, गुरबानी की ये हैट्रिक रणजी इतिहास की 76वीं और नॉक आउट दौर में लगने वाली 7वीं हैट्रिक है. रणजी ट्रॉफी में पहली हैट्रिक बाका जिलानी ने नॉर्दन इंडिया के लिए खेलते हुए साउर्थन पंजाब के खिलाफ 1934-35 में ली थी.
रणजी के नॉकआउट में पहली हैट्रिक होलकर से खेलने वाले सीटी सरवते ने बिहार खिलाफ के क्वार्टरफाइनल में 1948-49 में ली थी.

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