ग्वालियर। मध्यप्रदेश के भिण्ड जिले में 5 करोड रुपए राजस्व वसूली का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाने पर कलेक्टर छोटे सिंह ने बडा फैसला लिया है। कलेक्टर ने कल आदेश जारी कर खुद अपना, अपर कलेक्टर अनिल कुमार चांदिल, एसडीएम इकबाल मोहम्मद और जिले के सभी राजस्व अधिकारियों का वेतन रोक दिया है। लक्ष्य पूरा नहीं होने पर वेतन रोकने का यह जिले में अब तक का पहला आदेश है। अभी तक कलेक्टर अपने अधीनस्थ अमले पर कार्रवाई करते आए हैं, लेकिन इस बार उन्होंने खुद अपना भी वेतन रोका है। कलेक्टर का कहना है लक्ष्य पूरा होने पर ही वेतन मिलेगा।

5 करोड रुपए बसूली का लक्ष्य है। अभी मात्र 60 लाख रुपए ही बसूल किए गए है।पौने पांच माह का समय है अभी लक्ष्य को पूरा करने में, लेकिन किसी भी अधिकारी को नहीं लगता कि लक्ष्य पूरा हो सकता है। कलेक्टर छोटे सिंह के फरमान पर अमल हुआ तो जिले के एक भी राजस्व अधिकारी को फिलहाल वेतन मिल पाएगा। भिण्ड कलेक्टर को भी सुर्खियों में बने रहने की आदत है। सो उन्होंने फरमान जारी कर फिर सुर्खियां बटोर ली।

भिण्ड जिले को 5 करोड रुपए राजस्व वसूली का लक्ष्य मिला था। कलेक्टर ने टीएल बैठक और अन्य बैठकों में अधिकारियों से राजस्व वसूली का लक्ष्य पूरा करने के लिए कहा। कलेक्टर की लाख कोशिशों के बावजूद जिले में लक्ष्य के विपरीत महज 60 लाख रुपए का राजस्व ही वसूल हो सका है। लक्ष्य पूरा नहीं होने पर कलेक्टर ने कल शाम को आदेश जारी किया। इस आदेश में कलेक्टर ने खुद अपना वेतन और अधीनस्थ सभी राजस्व अधिकारियों का वेतन रोकने के आदेश दिए हैं। कलेक्टर के इस आदेश से राजस्व अधिकारियों में हडकंप मचा हुआ है। वहीं कलेक्टर का कहना है कि लक्ष्य पूरा नहीं होगा तो वेतन पर रोक नहीं हटेगी।

भिण्ड कलेक्टर छोटे सिंह ने कहा है कि भिण्ड जिले को 5 करोड रुपए राजस्व वसूली का लक्ष्य मिला है। लक्ष्य पूरा नहीं होने पर मैंने खुद अपना और जिले के सभी राजस्व अधिकारियों का वेतन रोकने का आदेश दिया है। लक्ष्य पूरा होने पर ही वेतन दिया जाएगा।

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