भोपाल ! मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भारतीय पुलिस एवं वन सेवा के अधिकारियों से कहा है कि उन्हें प्रदेश के विकास के रोड मेप को नई दिशा देने का अवसर दिया गया है। किसानों को इस अभूतपूर्व संकट से राहत दिलाने के अल्पकालिक और दीर्घकालिक सुझाव देना हैं। श्री चौहान आज यहाँ अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों के लिये 23 अक्टूबर को कार्यशाला लगाने के निर्देश दिये।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक अधिकारी तीन दिन में दो ब्लॉक के कम से कम 9 गाँव का भ्रमण करें। गाँव में चौपाल चर्चा कर वहाँ की वर्तमान स्थिति, कृषि की स्थिति, शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में जानकारियाँ संकलित कर प्रतिवेदन देंगे। प्रतिवेदन में निर्धारित प्रारूप में ग्रामवार समग्र जानकारी सारांश के रूप में देना होगा।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से सोयाबीन की फसलें खराब हो रही हैं। किसानों की वर्तमान स्थिति से वे अत्यंत व्यथित हैं। किसानों के कष्ट को दूर करने के लिये विशेष कदम उठाने होंगे। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अमले की सेट प्रेक्टिस से बाहर निकलकर कुछ नया करने का दायित्व है। विश्वास है कि अधिकारी अपनी क्षमता और विवेक का खुलकर उपयोग करेंगे। यह एक नया प्रयोग है जिसका उद्देश्‍य किसानों को गरीबी के दुष्चक्र से बाहर निकालना है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे गाँव में मध्यान्ह भोजन योजना के भोजन आदि की भी मौके पर समीक्षा करें।
मुख्य सचिव श्री अन्‍टोनी डिसा ने अधिकारियों को भ्रमण के अवसर पर किये जाने वाले कार्यों की संक्षिप्त जानकारी दी। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक सुरेन्द्र सिंह, प्रमुख सचिव वन दीपक खाण्डेकर और प्रधान मुख्य वन संरक्षक नरेन्द्र कुमार भी मौजूद थे।

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