भोपाल। लोकायुक्त पुलिस ने योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग रीवा संभाग के संयुक्त संचालक राजेंद्र कुमार झारिया को डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इसके बाद लोकायुक्त की एक टीम ने झारिया के भोपाल स्थिति निवास पर छापा मारा है। छापे में लोकायुक्त पुलिस को 36 लाख रुपए नगद, लगभग पौने दो किलो चांदी और सोना मिला है। उनके दो बैंक लॉकर का भी पता चला है। छापामार कार्रवाई सोमवार को देर रात तक चलती रही।
जानकारी के मुताबिक रतहरा, रीवा निवासी संतोष कुमार द्विवेदी ठेकेदारी करते हैं। झारिया को रिश्वत लेते लोकायुक्त पुलिस की रीवा इकाई ने पकड़ा है। झारिया कस्टम हाउसिंग कालोनी, नयापुरा कोलार के रहने वाले हैं। ठेकेदार ने लोकायुक्त पुलिस से शिकायत की थी कि झारिया विधायक निधि से स्वीकृत कार्य में प्रशासनिक अनुमति दिलाने के एवज में रिश्वत के तौर पर 3 प्रतिशत राशि की मांग कर रहे हैं। विधायक निधि से ग्रामीण क्षेत्र में पानी का टैंकर व 10 गांवों में यात्री प्रतीक्षालय बनवाने के लिए 71,22,500 रुपए की धनराशि जारी की गई है।
सोमवार की शाम करीब साढ़े चार बजे झारिया जब ठेकेदार से डेढ़ लाख रुपए के नोटों से भरा बैग लेकर दफ्तर पहुंचे तो लोकायुक्त पुलिस ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया। झारिया के पकड़े जाने के बाद रीवा की टीम ने इसकी जानकारी लोकायुक्त मुख्यालय को दी थी। उसके बाद भोपाल की एक टीम ने झारिया के निवास पर छापा मारा है। छापामार कार्रवाई रात में शुरू हुई है, जो देर रात तक जारी रही।
अफसरों का कहना है कि रीवा में प्रकरण से जुड़ी फाइल जब्त कर ली गई है। उनके रीवा स्थित निवास की भी तलाशी ली गई है। पुलिस ने आरोपी अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और पद के दुरुपयोग का प्रकरण दर्ज किया है। झारिया 61 साल के हैं और उनकी नौकरी एक साल भी नहीं बची है।