सागर ! कलेक्टर विकास नरवाल और निगम कमिश्नर कौशलेंद्र सिंह कल गुरुवार को अलसुबह शहर की लाखा बंजारा झील से लगे 4 वार्डों में ओडीएफ की स्थिति जानने पहुंचे। इसी दौरान यहां मोंगा नाले में कुछ लोग शौच के लिए जाते दिखे। कलेक्टर ने उनके हाथ से डिब्बे छीन लिए, उन्होंने फटकार लगाते हुए कहा कि आप लोगों को शर्म आनी चाहिए। इस नाले को तो गंदा मत करो, इसके बाद लोग उल्टे पांव लौट गए। बताया जाता है, कि कलेक्टर नरवाल पुरव्याऊ वार्ड के काली तिराहे पर खुली पान की दुकान के बाहर कचरा देख बिफर गए। उन्होंने उसी दुकानदार से कचरा उठवाया। बाद में हिदायत दी कि यदि डस्टबिन नहीं रखी तो दुकान बंद करा दूंगा, इस दौरान पार्षद सीताराम पचकोंड़ी ने कलेक्टर को भट्टों घाट पर झील के किनारे पर गंदगी का अंबार दिखाया, कलेक्टर ने झील में कचरा फेकने वालों के खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई के निर्देश दिए, झील में मिल रही नालियों का नक्शा तैयार कराएं। झील से लगे काकागंज, पुरव्याऊ, बरियाघाट व चकराघाट वार्डों का जायजा लेते हुए कलेक्टर नरवाल ने आने-जाने वाले लोगों से शौचालय के बारे में जानकारी ली। उन्होंने एक बच्चे को रोककर पूछा कि घर पर टॉयलेट है। बच्चा बोला हां, मैं बाहर नहीं जाता। बरियाघाट में एक महिला ने जब कलेक्टर से सडक़-नाली न होने की शिकायत की तो कलेक्टर ने जवाब दिया पास में ही नाली में एक बच्चा खुले में शौच कर रहा है आपको वह क्यों नहीं दिखा। कलेक्टर ने कई घरों में जाकर शौचालय की जानकारी ली। मोंगा बंधान के पास प्रकाश व्यवस्था करने को कहा।