भोपाल ! कलेक्टर निशांत बरवड़े ने जनसुनवाई की शिकायतों को रद्दी की टोकरी में फेंकने वाले सामाजिक न्याय विभाग के दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। यह मामला जनसुनवाई की शिकायतों की समीक्षा के दौरान कलेक्टर के सामने आया था।
कलेक्टर की जनसुनवाई में आने वाली शिकायतों को संबंधित विभागों को भेजा जाता है और वहीं से उनमें कार्रवाई होती है। कार्रवाई के बारे में कलेक्ट्रेट को अवगत भी कराया जाता है, लेकिन सामाजिक न्याय विभाग की शिकायतों पर करीब दो महीने से कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। यह बात सामने आई तो कलेक्टर निशांत बरवड़े ने सामाजिक न्याय विभाग के संयुक्त संचालक जाकिया जावेद से जवाब तलब किया। जावेद ने इस बारे में अनभिज्ञता जाहिर की और कहा कि उनके पास ऐसी कोई शिकायतें ही नहीं आईं हैं तो जांच पड़ताल की गई। पता चला कि सामाजिक न्याय विभाग के दो कर्मचारियों ने कलेक्टर जनसुनवाई से आने वाली शिकायतों को रद्दी की टोकरी में फेंक दिया है। स्टेनो आशीष मेश्राम और एक अन्य कर्मचारी मीनाक्षी टांक की प्रथम दृष्टया गलती पाई गई जिन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।