भोपाल। शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार के बाद मंत्रियों के विभागों के बंटवारे को फंसे पेंच को लेकर लेकर एमपी में जमकर सियासत हो रही है। विपक्ष के साथ साथ सत्तापक्ष के नेता भी सरकार की घेराबंदी कर रहे है और देरी को लेकर सवाल उठा रहे है। अब पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने विभागों के बंटवारे को लेकर ट्वीटवार शुरु कर दिया है। दिग्विजय ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए है और मुख्यमंत्री शिवराज और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को निशाने पर लिया है।हैरानी की बात तो ये है कि अबतक बड़े मुद्दों पर मोदी सरकार को आड़े हाथों लेने वाले दिग्विजय सिंधिया-शिवराज को भी नही बख्श रहे है।इसे उपचुनावों को लेकर बढ़ती सक्रियता से जोड़कर देखा जा रहा है। दिग्विजय ने ट्वीट कर लिखा है कि मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार के 8 दिन पूरे हुए। विभाग आवंटन के लिए सीएम का वर्कआउट खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा। क्या टाइगर नख-दंत विहीन, दीन-हीन हो चुका है ? देखते हैं कौन अपनी टेरेटरी छोड़कर भागता है । अगले ट्वीट में दिग्विजय ने लिखा है कि मध्यप्रदेश मंत्रीमंडल में विभागों के बँटवारे को ले कर पूरी भाजपा दिल्ली से ले कर भोपाल में “वर्कआउट” चल रहा है। यह मंत्रीमंडल के बँटवारे का झगड़ा नहीं है यह “लूट” के बँटवारे का झगड़ा है। परिवहन, एक्साइज़, राजस्व् शहरी विकास आदि सिंधिया जी नहीं छोड़ना चाहेंगे। क्यों? समझ जाओगे!
इतना ही नही दिग्विजय सिंह ने बिना कलेक्टर के चल रहे अशोकनगर जिले को लेकर भी शिवराज-सिंधिया पर तंज कसा है। दिग्विजय ने ट्वीट कर लिखा है कि ३० जून को अशोकनगर ज़िला कलेक्टर सेवा निवृत्त हो गयी हैं लेकिन सिंधिया जी को सही अधिकारी नहीं मिल रहा है जो प्रशांत जी व पाराशर जी की छानबीन में पास हो जाए। शिवराज जी मुख्य सचिव जी ११ दिनों से अशोकनगर ज़िला प्रशासन बिना कलेक्टर के हैं। “Tiger” शिवराज इतना मत डरो। बता दे कि मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद विभागों के बंटवारे पर अबतक संशय बराबर है। कैबिनेट विस्तार के एक हफ्ते बाद भी विभागों का वितरण नही हो सका है।कहा जा रहा है कि बडे विभागों को लेकर सिंधिया-शिवराज के बीच पेंच फंसा है, हालांकि सुत्रों की माने तो बीजेपी पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा(BJP party president JP Nadda) और सिंधिया के बीच लंबी चर्चा के बाद बंटवारे पर सहमति भी बन गई है।। ऐसे में कयास लगाए जा रहे है किआने वाले एक दो दिनों में सभी मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया जायेगा।अब देखना है कि कमलनाथ सरकार का पतन कर बीजेपी की सरकार बनवाने वाले सिंधिया और उनके समर्थकों को कौन कौन से विभाग मिलते है।