इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने इंदौर-चोरल रेंज के एसडीओ एल्विन बर्मन, डिप्टी रेंजर भगवान बड़ोले और शुभम अजमेरा नामक मध्यस्थ के खिलाफ स्कूल संचालक से रिश्वत मांगने का केस दर्ज किया है। स्कूल संचालक की शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस ने एसडीओ और साथियों को ट्रैप करने की दो बार कोशिश की, पर तब एसडीओ ने फोन नहीं उठाया। फिर शिकायतकर्ता को रिकॉर्डिंग मशीन दी। एसडीओ ने शिकायतकर्ता को दो दिन पहले सत्य साईं चौराहे पर बुलाया और करीब पौन घंटे तक उनसे रिश्वत के 12 लाख देने की मांग करते रहे। रिकॉर्डिंग सत्यापित होने के बाद गुरुवार को केस दर्ज हुआ।
लोकायुक्त एसपी सव्यसाची सराफ के मुताबिक, विनय तिवारी ने शिकायत की थी कि एसडीओ खुद डिप्टी रेंजर के जरिए रिश्वत देने का दबाव बना रहे हैं। उनका एरोड्रम रोड पर नेशनल पब्लिक स्कूल है। स्कूल का कुछ हिस्सा वन विभाग की जमीन पर बना होने का बोलकर बिल्डिंग तोडने की धमकी दे रहे हैं।
डिप्टी रेंजर बड़ोले के खिलाफ पांच महीने में लोकायुक्त ने दूसरा मामला दर्ज किया है। इसके पहले कम्पेल में मजदूरों के नाम बदलकर फर्जी मजदूरों की लिस्ट बैंक में लगाकर पैसा हड़पने की शिकायत हुई थी। लाखों रुपए हडपने के मामले में लोकायुक्त जांच चल रही है।
नेशनल पब्लिक स्कूल की जमीन को लेकर लंबे समय से वन विभाग और स्कूल संचालकों के बीच तनातनी चल रही है। बिजासन रमणा बीट में कितनी जमीन विभाग की और कितनी निजी, इसको लेकर पांच साल पहले भी विवाद हुआ था। तब स्कूल की नपती तत्कालीन एसडीओ, रेंजर ने की थी। उस वक्त भी विभाग ने खुद की जमीन पर अतिक्रमण के आरोप लगाए थे।