bhind-4ग्वालियर। भिण्ड जिला जेल के सामने दिन दहाडे गोली मारकर हत्या कर सनसनी फैलाने वाले मुख्य आरोपी को शहर कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर उसके पास से 12 बोर की अधिया बंदूक जप्त कर ली है। पकडा गया हत्यारोपी जूली समाधिया ने बताया कि उसके पिता की वर्ष 2005 में हत्या हुई थी। जब उसके पिता की हत्या वह थी तब उसकी उम्र 8 वर्ष थी। उसने तभी संकल्प लिया था कि वह अपने पिता के हत्यारों को छोडेगा नहीं। उसी संकल्प के तहत 17 दिसंबर को हत्या की बारदात को अंजाम दिया गया है।
17 दिसंबर को भिण्ड जिले के अटेर थाना क्षेत्र के ग्राम सालिमपुर निवासी रामसुंदर खुरासिया भिण्ड जेल में बंद अपने भतीजे मोहन खुरासिया से मिलने आया था। भतीजे से मिलने के बाद मोहन खुरासिया बाइक से अपने गांव जाने के लिए निकलता तभी जूली समाधिया ने अपनी बंदूक से ताबड तोड गोलिया चलाई। रामसुंदर के 4 गोलिया लगी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्या की बारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी जूली उत्तरप्रदेश के आगरा भाग गया था। कल जब वह गांव वापस आया तो पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर कल उसे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक अनिल सिंह कुशवाह ने बताया कि हत्यारोपी जूली समाधिया के पिता दशरथ समाधिया की हत्या के मामले में मृतक रामसुंदर खुरासिया भी आरोपी था और जमानत पर जेल से बाहर था। इस मामले में मोहन जो अभी जेल में है उसे भी जमानत मिलने वाली है तो जूली ने उससे पहले यह बारदात को अंजाम दे दिया।
पकडा गया 19 वर्षीय जूली समाधिया ने पुलिस अभिरक्षा में पत्रकारों को बताया कि उसके पिता की वर्ष 2005 में हत्या हुई थी। अभी भी मामला न्यायालय में चल रहा है। न्याय कब मिलता कहा नहीं जा सकता था। जमानत पर जेल से बाहर आए हत्यारोपियों से उसको तथा उसके परिवारीजनों को भी जान का डर सता रहा था इसलिए आरोपी को मौत के घाट उतारना ही ठीक था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *