टीकमगढ़ ! थाना निवाड़ी अंतर्गत ग्राम ऊमरी में लीज पर ली गई चार एकड़ जमीन पर उत्खनन हेतु पर्यावरणीय स्वीकृति देने के नाम पर वनपाल द्वारा मांगी जा रही रिश्वत से परेशान व्यक्ति की शिकायत पर लोकायुक्त की टीम द्वारा आरोपी वनपाल को रंगे हाथ गिरफ्तार कर जमानत पर छोड़ दिया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक हरपालपुरा निवासी जगतसिंह पुत्र भागीरथ राजपूत (हाल निवासी मवई पलेरा) से उत्खनन हेतु पर्यावरणीय स्वीकृति देने के नाम पर बीते छह माह से 20 हजार रुपयों की मांग वन मंडल कार्यालय वन विभाग में पदस्थ वनपाल श्रीकांत भौड़ेले पुत्र बाबूलाल भौड़ेले द्वारा की जा रही थी। वनपाल की मांग से परेशान होकर बीती 1 अगस्त को जगतसिंह द्वारा लोकायुक्त सागर में शिकायत दर्ज करा दी गई। जगत सिंह की शिकायत पर 2 अक्टूबर को लोकायुक्त सागर की टीम सक्रिय हुई और रिश्वत मांगे जाने संबंधी बात को मोबाइल में रिकार्ड कर लिया गया। 4 अक्टूबर की दोपहर लोकायुक्त सागर से आए एचसी चौहान निरीक्षक, रोहित यादव निरीक्षक, प्रधान आरक्षक महेश हजारी, एससी राजकुमार सेन, कांस्टेबल नीलेश पांडे, सहायक ग्रेड 2 मनोज कोरकू आदि ने जाल बिछाकर वनपाल श्रीकांत को 20 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया। इस संबंध में लोकायुक्त अधिकारी ने बताया कि जगत सिंह द्वारा शिकायत करने पर टीम ने सारी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद छापामार कार्रवाई को अंजाम दिया है। उन्होंने कहा कि आरोपी को रंगेहाथ रिश्वत लेते पकड़ा गया है, मामला न्यायालय में भेजकर आरोपी को दंडित कराया जाएगा।