जबलपुर । मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले के नैनपुर तहसील में हीरापुर ग्राम पंचायत की महिला सरपंच ममता पन्द्रों को लोकायुक्त पुलिस की टीम ने उस वक्त रंगे हाथ पकड़ लिया। जब वह पांच लाख रुपए का बिल पास कराने के एवज में 20 हजार रुपए की रिश्वत ले रही थी। सरपंच ममता पन्द्रों के लोकायुक्त पुलिस के हत्थे चढ़ते देख कार्यालय में हड़कम्प मच गया।
लोकायुक्त डीएसपी जेपी वर्मा ने बताया कि ग्राम पंचायत हीरापुर में नल-जल योजना के तहत पांच लाख रुपए के विकास कार्य कराए गए थे। जिनका बिल पास कराने के लिए हीरापुर निवासी सरस्वति पति नरेन्द्र दुबे तहसील नैनपुर सचिव रुकमणी महिला स्व सहायता समूह सचिव नल जल योजना उप समिति ने कहा, जिस पर सरपंच ममता पति कंचन पन्द्रो ने 25 हजार रुपए रिश्वत की मांग की। पहले तो सरस्वति दुबे ने रुपए देने से मना कर दिया जिस पर उसके बिलों को पास नहीं होने दिया गया।
इसके बाद सरस्वति दुबे ने बात की तो सरपंच ममता पन्द्रो 20 हजार रुपए लेकर काम करने के लिए तैयार हो गई। सरस्वति दुबे ने इस बात की शिकायत जबलपुर लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा से की। इसके बाद सरस्वति दुबे 20 हजार रुपए लेकर जनपद पंचायत कार्यालय नैनपुर पहुंची। जहां पर सरपंच ममता पन्द्रो बैठी रही, सरस्वति दुबे ने सरपंच को रिश्वत के रुप में 20 हजार रुपए दिए।
सरपंच ने जैसे ही 20 हजार रुपए लेकर अपने बैग में रखे तभी लोकायुक्त डीएसपी जेपी वर्मा, निरीक्षक मंजू किरण तिर्की, आरक्षक अमित जावड़े, दिनेश दुबे, विजय सिंह विष्ठ व राकेश विश्वकर्मा ने दबिश देकर सरपंच ममता पंद्रो को रंगे हाथ पकड़ लिया। लोकायुक्त की टीम को देख सरपंच ने रुपए फेंक दिए। इधर सरपंच ममता पंद्रो के पकड़े जाने की खबर आफिस में आग की तरह फैल गई, देखते ही देखते कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक पहुंच गए, जिनके बीच तरह-तरह की चर्चाएं व्याप्त रही।