इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर के थानों में भ्रष्टाचार कर बदमाशों की मदद करने और रिश्वतखोरी करने वाले पुलिस जवानों को डीआईजी ने रडार पर ले रखा है। सबूत के साथ शिकायत मिलने पर डीआईजी अब केवल निलंबन, की ही नहीं बल्कि बर्खास्तगी की भी कार्रवाई कर रहे हैं। हाल ही में बड़गोंडा थाने के एक एएसआई धन सिंह पटेल को 26 हजार की रिश्वत लेने का दोषी पाए जाने पर डीआईजी ने बर्खास्त किया है।
डीआईजी हरिनारायणाचारी मिश्र ने बताया कि एसआई पटेल को लेकर कई तरह की वसूली की शिकायतें मिली थीं। एडिशनल एसपी महू द्वारा उनकी जांच करवाई गई। साथ ही थाने में शिकायत दर्ज करवा चुके कुछ पीड़ितों ने ये भी आरोप लगाए थे कि एसआई पटेल द्वारा जांच में रुपए लेकर आरोपियों को बाहर करने की भी कोशिश की जाती है। एक फरियादी ने रिकॉर्डिंग सहित सबूत पेश किया था, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है। डीआईजी ने पूरे स्टाफ को निर्देशित किया है कि आम पीड़ितों के साथ अपमानजनक बात करने और रिश्वतखोरी करने के मामले को वे अब गंभीरता से लेंगे। पुलिसकर्मियों ने अपना रवैया नहीं बदला तो वह अब नौकरी नहीं कर पाएगंें।