पटना। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आज कहा कि बिहार में क्षमता की कोई कमी नहीं है, लेकिन नेतृत्व की कमी के कारण आज यह प्रदेश जहां था, वहीं खड़ा है। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि एक समय था जब देश में पांच बीमारू राज्य थे, लेकिन चार राज्य आगे निकल गए। बिहार के एक दिवसीय निजी दौरे पर पटना पहुंचे डॉ यादव भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंचे और कार्यकर्ताओं और नेताओं से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार आकर ऐसा लग रहा है कि घर में ही आया हूं।
उन्होंने कहा कि भाजपा आज विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है। यहां के कार्यकर्ताओं को ऐसा प्रशिक्षण, शिक्षण मिलता है जहां राष्ट्रभक्त के रूप में लोकतंत्र को मजबूत करने का काम किया जाता है। उन्होंने आगे कहा कि बिखरने के अवसर आने के बाद भी मर्यादा बनी रहती है। डॉ यादव ने कहा कि भाजपा एक ऐसी पार्टी है जहां छोटे छोटे कार्यकर्ता भी कब प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री बन जाएं, कोई नहीं जानता।
उन्होंने बिहार की तारीफ करते हुए कहा कि हम सभी जानते हैं कि दो-तीन हजार साल पहले इस प्रदेश ने लोकतंत्र का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया। आपातकाल के दौरान भी बिहार ने संघर्ष का शंखनाद कर देश में उदाहरण प्रस्तुत किया। कई राज्य भले औद्योगिक क्षेत्र में आगे बढ़े हों लेकिन उस कारखाने की दीवारें भी बिहार के लोगों के पसीने से सुगंधित होती हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के ही सबसे ज्यादा आईएएस और आईपीएस हैं। व्यवसाय हो या नौकरी, बिहार के लोगों ने विशेष पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि बिहार में क्षमता की कोई कमी नहीं है, लेकिन नेतृत्व की कमी के कारण यह प्रदेश पिछड़ा रह गया। उन्होंने कहा कि यहां के समाज भी अपनी ताकत से बात रखते हैं। उन्होंने हालांकि संभावना जताते हुए कहा कि बिहार में भी अब नेतृत्व क्षमता वाला व्यक्ति आएगा और बिहार भी आगे बढ़ेगा। उन्होंने बिहार के लोगों को शुभकामना देते हुए भरोसा दिया कि बिहार के विकास में मध्यप्रदेश हमेशा साथ देगा।