अशोकनगर। अशोकनगर की चंदेरी विधानसभा से बीजेपी विधायक जगन्नाथ सिंह ने अपनी ही सरकार को विधानसभा में घेरते हुए कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं. जगन्नाथ सिंह ने अशोकनगर में पदस्थ पीडब्ल्यडी के कार्यपालन यंत्री दिलीप विगोनिया का लंबे वक्त से तबादला नहीं होने को लेकर विधानसभा में हंगामा कर दिया.

दिलीपर विगोनिया का ट्रांसफर नहीं होने पर उन्होंने विधानसभा में सवाल किए. इसके अलावा विधायक ने सरकार से अधिकारियों की मिलीभगत के आरोपों के साथ ही कई अहम सवाल विधानसभा में पूछे. चंदेरी विधायक ने जिले में पदस्थ लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री दिलीप विगोनिया के तबादले को लेकर विधानसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पेश किया. इतना सब होने के बाद भी तवादला नहीं हुआ. इससे नाराज होकर विधायक ने सीधे सराकर से सवाल कर दिया कि क्या यह कहना सही होगा कि लोक निर्माण विभाग के उच्च अधिकारियों की मिलीभगत से अशोकनगर जिले के कार्यपालन यंत्री का स्थायीकरण कर दिया गया है.

जगन्नाथ सिंह ने कहा कि विगोनिया पिछले 8 सालों से एक ही जिले में पदस्थ हैं. उन्होंने कहा कि एक ही जिले में एक अधिकारी की इतने लंबे समय तक पदस्थापना कहीं न कहीं विभागीय मिलीभगत को दर्शाती है. उन्होंने इस मुद्दे पर सरकार की गंभीरता पर भी सवाल उठाए हैं. इसके बाद सरकार के जबाव का इंतजार किया जा रहा है, कयास लगाए जा रहे हैं कि कार्यपालन यंत्री का तबादला अब संभव है.

विधानसभा में प्रस्तुत प्रश्न में उन्होंने पीडब्ल्यूडी मंत्री से पूछा है कि जिला स्तर पर कार्यपालन यंत्री की अधिकतम पदस्थापना अवधि क्या होती है? विगोनिया किस दिनांक से पदस्थ हैं? उनके कार्यकाल में कितनी सड़कों के निर्माण व मरम्मत के टेंडर जारी किए गए हैं और कौन से कार्य समय सीमा समाप्त होने के बाद भी अधूरे हैं? क्या ईई द्वारा ऐसे कार्य अधूरे छोड़ने वाली एजेंसियों को उनका संरक्षण है और यदि ऐसा है, तो संबंधित अधिकारी पर क्या कार्रवाई होगी?