जम्मू-कश्मीर और भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे क्षेत्रों में बीती रात पूरी तरह से शांतिपूर्ण रही। भारतीय सेना ने जानकारी दी कि किसी भी तरह की गोलीबारी या घुसपैठ की कोई घटना सामने नहीं आई है। हाल के तनावपूर्ण हालातों के बीच यह पहली रात थी जब किसी भी तरह की सैन्य गतिविधि नहीं देखी गई।
जम्मू-कश्मीर और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीती रात काफी हद तक शांतिपूर्ण रही: सेना
सेना ने बयान में कहा, “जम्मू-कश्मीर और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीती रात काफी हद तक शांतिपूर्ण रही। किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। यह हाल के दिनों में पहली बार है जब हालात इतने सामान्य रहे हैं।”
सीजफायर की पहल और पाकिस्तान का उल्लंघन
गौरतलब है कि 10 मई को पाकिस्तान के DGMO (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस) ने भारत के समकक्ष अधिकारी को फोन कर सीजफायर का प्रस्ताव दिया था, जिसे भारत ने स्वीकार कर लिया था। हालांकि, कुछ ही घंटों के भीतर पाकिस्तान की ओर से इस सीजफायर का उल्लंघन किया गया। इसके बाद भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने एक बयान में कहा था कि पाकिस्तान को इन उल्लंघनों को रोकने के लिए गंभीर और जिम्मेदार रवैया अपनाना होगा।
भारत की सख्त चेतावनी
इस घटनाक्रम के बाद भारत के DGMO ने एक और सख्त संदेश पाकिस्तान को हॉटलाइन पर भेजा। उन्होंने स्पष्ट किया कि 10 मई की सहमति के बावजूद पाकिस्तान द्वारा किए गए उल्लंघनों पर भारत चिंतित है और अगर भविष्य में ऐसी कोई घटना दोहराई गई, तो उसका जवाब “उग्र और दंडात्मक” तरीके से दिया जाएगा।
DGMO स्तर पर बातचीत से शांति की उम्मीद
हाल के दिनों में पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था। ऐसे में आज दोनों देशों के डीजीएमओ के बीच होने वाली बातचीत को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि यह बातचीत शांति बहाली की दिशा में एक ठोस कदम साबित हो सकती है।