उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया है। जी हां, आपको बता दें कि यह एक महिला जो अपने दांतों का इलाज कराने आई थी उसके साथ डॉक्टर ने रेप जैसे जघन्य अपराध को अंजाम दिया था। जिसके बाद अब कोर्ट ने आरोपी डॉक्टर को 25 हजार रुपये का जुर्माना और 10 साल की कठोर कारावास की सजा सुनाई है। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…
दांतों का इलाज कराने आई थी महिला
बरेली की अदालत ने शनिवार को यह फैसला सुनाया और डॉक्टर पर 25 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया। यह मामला चार साल पुराना है और इसने एक बार फिर यह सवाल उठाया है कि क्या महिलाएं भी चिकित्सा के दौरान सुरक्षित हैं? अपर जिला शासकीय अधिवक्ता (एडीजीसी) संतोष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि शनिवार को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (त्वरित न्यायालय) राघवेंद्र मणि ने डॉक्टर रवेन्द्र प्रकाश शर्मा (40) को दोषी करार देते हुए उसे 10 साल की सजा सुनाई। इसके अलावा, कोर्ट ने डॉक्टर पर 25 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया, जिसे न देने पर उसे छह माह का अतिरिक्त साधारण कारावास भुगतना होगा।
महिला से रेप और ब्लैकमेलिंग
अभियोजन पक्ष के अनुसार, यह घटना वर्ष 2021 की है, जब एक विवाहिता महिला अपने दांतों का इलाज कराने के लिए डॉक्टर के पास आई थी। इलाज के दौरान, डॉक्टर ने महिला को नशीला इंजेक्शन लगा दिया और फिर उसका रेप किया। आरोपी ने इस घटना का वीडियो भी बनाया और बाद में महिला को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। महिला के पति ने डॉक्टर की इन घिनौनी हरकतों के खिलाफ थाना इज्जत नगर में रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसके बाद इस मामले की जांच शुरू हुई।
सख्त कानून और बढ़ती घटनाएं
देश भर में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, और ऐसा प्रतीत होता है कि सख्त कानून और कड़ी सजा देने के बावजूद इन अपराधों पर अंकुश नहीं लगाया जा रहा है। यह घटना इस बात को और स्पष्ट करती है कि महिलाओं के खिलाफ होने वाले यौन उत्पीड़न के मामलों में संवेदनशीलता और कठोर कार्रवाई की आवश्यकता है। सरकार को ऐसे अपराधों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की जरूरत है ताकि इन घटनाओं पर रोक लग सके और समाज में गंदी मानसिकता के खिलाफ जनजागृति अभियान चलाया जा सके।
महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल
इस मामले ने एक बड़ा सवाल उठाया है कि अगर एक महिला, डॉक्टर के पास भी सुरक्षित नहीं है तो उसे अपनी चिकित्सा के लिए किसके पास जाना चाहिए? डॉक्टर के पेशेवर विश्वास और उसके साथ होने वाली ऐसी घटनाएं महिलाओं के लिए भय का कारण बन सकती हैं। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि चिकित्सा क्षेत्र में काम करने वाले पेशेवरों पर अत्यधिक निगरानी और कठोर कानूनों की जरूरत है, ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
महिलाओं के लिए इस तरह की घटनाओं का होना समाज की मानसिकता और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है। ऐसी घटनाएं यह दिखाती हैं कि महिलाएं अब भी बहुत से स्थानों पर सुरक्षित नहीं हैं, और इसके खिलाफ सख्त और प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है।