पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार हुई यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के मामले में अब एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं. हरियाणा के हिसार की रहने वाली ज्योति पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के 3 अफसरों के साथ टच में थी और इन तीनों के काफी क्लोज थी. ज्योति की इन अफसरों से जान पहचान पाकिस्तान एंबेसी में काम करने वाले दानिश ने कराई थी.

इतना ही नहीं दिल्ली में पाकिस्तानी एंबेसी वीजा देने की आड़ में ISI का नेटवर्क चला रही है. पाकिस्तान जाने के लिए वीजा मांगने वालों को कल्टीवेट किया जाता है, अगर लोग नहीं मानते हैं तो उनका वीजा रिजेक्ट कर दिया जाता है. ISI उन लोगों की तलाश में रहती है जो हर हाल में पाकिस्तान जाने के लिए वीजा लेना चाहते हैं. ज्योति भी इसी तरह ISI के संपर्क में आई.

यूट्यूबर ज्योति हरियाणा पावर डिस्कॉम के एक रिटायर्ड ऑफिसर की बेटी है. उसने ग्रेजुएशन कर रखी है और यूट्यूब पर 3.21 लाख फॉलोअर्स हैं. उसके चैनल पर पाकिस्तान की यात्राओं के बारे में जानकारी दी गई है. 13 मई को भारत ने जिस पाकिस्तानी एंबेसी के अधिकारी दानिश को जासूसी के आरोप में देश से निकाल दिया था, ज्योति उसी अधिकारी के संपर्क में थी. उसने व्हाट्सऐप, स्नैपचैट और टेलिग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मस के जरिए संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान भेजी.

2023 में ज्योति जब पाकिस्तान जाना चाहती थी तब वो वीजा लेने के लिए पाकिस्तानी एंबेसी गई थी. इसी दौरान उसकी मुलाकात दानिश से हुई. आरोप है कि इसके बाद वो दानिश से कई बार मिली. वो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के भी संपर्क में रही. पाकिस्तान पहुंचने पर दानिश के जानने वाले अली अहवान ने ज्योति की मदद की. पुलिस की अगर मानें तो ज्योति ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के अफसरों को संवेदनशील जानकारी देने की बात कबूल की है.