इंदौर । मध्य प्रदेश के इंदौर जिले से दुखद खबर सामने आई। शहर के लसूडिया इलाके में रहने वाली एक युवती ने सुसाइड कर लिया। वह यहां एक मकान में पेइंग गेस्ट के तौर पर रह रही थी और सिविल सेवा परीक्षा (यूपीएससी) की तैयारी कर रही थी। इसके अलावा वह एक निजी कंपनी में भी कार्यरत थी। देर रात मकान मालिक ने उसे कमरे में फंदे से लटका हुआ पाया। जिसके बाद तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने शव को एमवाय अस्पताल पहुंचाया और मामले की जांच शुरू कर दी है।

पुलिस के अनुसार युवती की पहचान प्रियांशी सुंगधी के रूप में हुई है। वह मूल रूप से बड़वानी जिले के राजपुर की रहने वाली थी। उसकी मां का पहले ही निधन हो चुका था, जबकि पिता राजपुर में ही निवास करते हैं। प्रियांशी इंदौर में अकेली रहकर यूपीएससी की पढ़ाई और नौकरी दोनों कर रही थी।

3 पेज में उकेरा दिल का दर्द
घटनास्थल से पुलिस को एक तीन पन्नों का सुसाइड नोट मिला है, जो अंग्रेजी में लिखा गया है। इसमें उसने अपनी मानसिक स्थिति का उल्लेख करते हुए आत्महत्या के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराया है। नोट में उसने लिखा है कि वह जीवन में वैसी नहीं बन सकी जैसी वह बनना चाहती थी। न तो वह एक अच्छी बेटी बन पाई, न सच्ची दोस्त और न ही एक अच्छी प्रेमिका। उसने परिजनों और अपने मंगेतर से भी माफी मांगी है। उसने लिखा- ‘मैं एक अच्छी बेटी, दोस्त और गर्लफ्रेंड नहीं बन सकी। हो सके तो मुझे माफ कर देना।’

टीआई तारेश सोनी के मुताबिक, सुसाइड नोट से प्रतीत होता है कि युवती लंबे समय से मानसिक अवसाद (डिप्रेशन) से जूझ रही थी। मृतक युवती ने नोट में लिखा है कि उसे अब किसी भी चीज में खुशी नहीं मिलती और वह अपने आप को बहुत अकेला महसूस करती है।

मंगेतर के लिए लिखी इमोशनल बातें
प्रियांशी की हाल ही में सगाई भी हुई थी। नोट में उसने अपने मंगेतर से यह कहते हुए माफी मांगी है कि वह उसे बीच रास्ते में छोड़कर जा रही है। फिलहाल पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है और परिजनों के बयान लिए जा रहे हैं। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या का कारण मानसिक तनाव माना जा रहा है।