भारतीय एंटरटेनमेंट की एक ऐसी शख्सियत जो कभी कैमरे के सामने नहीं आईं, लेकिन हर स्क्रीन के पीछे उनका असर साफ नज़र आया एकता कपूर आज 50 साल की हो गई हैं। ये सिर्फ एक जन्मदिन नहीं, बल्कि उस सफ़र का जश्न है जिसमें उन्होंने अपनी रचनात्मक सोच और दूरदर्शिता से न केवल लाखों लोगों की ज़िंदगियों को छुआ, बल्कि भारतीय पॉप कल्चर की दिशा ही बदल दी।
इस साल एकता कपूर के प्रोड्यूसर के रूप में 30 साल भी पूरे हो रहे हैं। ये वही महिला हैं जिन्होंने उस दौर में भी टीवी की दुनिया को “स्टारडम” से जोड़ दिया था, जब उसे घर-गृहस्थी की चौखट तक सीमित माना जाता था। ‘हम पांच’ से लेकर ‘कसौटी ज़िंदगी की’ और ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ जैसे शो सिर्फ सीरियल नहीं थे वो सामाजिक बातचीत का हिस्सा बन चुके थे।
नए दौर की कहानीकार
2025 में एकता कपूर का करियर एक बार फिर नया मोड़ ले रहा है। अक्षय कुमार और प्रियदर्शन की जोड़ी के साथ उनकी नई फिल्म ‘भूत बंगला’ पुरानी यादों को ताज़ा करने वाली है। वहीं, TVF जैसे यूथ-सेंट्रिक प्लेटफॉर्म के साथ उनकी पहली कोलैब ‘VVAN’ दर्शा रही है कि एकता ने कभी अपनी ऑडियंस को सिर्फ टारगेट नहीं किया उन्हें समझा है।
ALT बालाजी: जब OTT को महिलाओं की आवाज़ मिली
OTT की दुनिया में जब बाकी प्रोड्यूसर एक्सपेरिमेंट करने से हिचक रहे थे, तब एकता ने ALT बालाजी लॉन्च किया। ‘लॉक अप’, ‘द मैरिड वुमन’ और ‘गंदी बात’ जैसे शो से उन्होंने ऐसी कहानियों को प्लेटफॉर्म दिया जिन्हें अक्सर चुप्पी में दबा दिया जाता था। वो न डरती हैं, न रुकती हैं और यही उन्हें सबसे अलग बनाता है।
अवार्ड्स और असली पहचान
पद्मश्री और इंटरनेशनल एमी अवॉर्ड की विजेता एकता कपूर आज भी अपने काम से ही पहचानी जाती हैं, न कि कैमरा फ्लैश से। उनके लिए हर स्क्रिप्ट सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि एक ज़िम्मेदारी है समाज को कुछ दिखाने, कुछ सोचने और कुछ बदलने की।
50 और आगे का सफ़र
जहां ज़्यादातर लोग 50 की उम्र में विराम लेने की सोचते हैं, एकता कपूर अगली पारी की तैयारी कर रही हैं। वो पुराने फॉर्मूलों को तोड़ती हैं, नए ट्रेंड्स को अपनाती हैं, और इस बात का जीता-जागता उदाहरण हैं कि “कंटेंट इज़ किंग” वाली कहावत को किसी ने सच किया है, तो वो हैं खुद एकता कपूर।