इंदौर। मेघालय के शिलांग में हनीमून के लिए गए इंदौर के नवविवाहित जोड़े राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी का मामला भयावह और रहस्यमय रूप ले चुका है. परिजनों ने शक जताया है कि राजा की हत्या के बाद आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों ने सोनम का अपहरण कर लिया है और उसे बांग्लादेश ले गए। रघुवंशी समाज ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सोनम की जान को खतरा होने और बांग्लादेश सीमा के पास मानव तस्करी की आशंका जताई है।

समाज के प्रदेशाध्यक्ष प्रहलाद सिंह रघुवंशी ने aajtak.in को बताया कि सोनम की तलाशी में जुटे भाई गोविंद रघुवंशी और एक अन्य परिजन को धमकियां मिल रही हैं और उनकी जान को भी खतरा है. समाज ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।

सोनम के भाई गोविंद रघुवंशी पुलिस के साथ लगातार सर्च ऑपरेशन में शामिल हैं. उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा, ”मैं सोनम का भाई हूं. मुझे अंदर से फीलिंग आ रही है कि सोनम अभी जिंदा है. पुलिस यहां डेड बॉडी ढूंढ रही है, लेकिन मेरा निवेदन है कि डेड बॉडी न ढूंढे, बल्कि सोनम को तलाशे. इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से होनी चाहिए।

गोविंद ने बताया कि जहां राजा का शव मिला था, वहां गहरी खाई में SDRF और NDRF ने पूरे क्षेत्र की तलाशी ली, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिला. सोनम के पास दो मोबाइल थे, जो अभी तक नहीं मिले. पुलिस के अनुसार, सोनम और राजा की आखिरी मोबाइल लोकेशन डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज के पास थी. गोविंद ने यह भी बताया कि 20 मई को उनकी सोनम से आखिरी बातचीत हुई थी।

उन्होंने कहा, ”सोनम और राजा का असम के गुवाहाटी जाने का प्लान था, लेकिन पता नहीं वे शिलांग कैसे पहुंच गए और कब उन्होंने यह प्लान बनाया? हम लोग पहले कभी शिलांग नहीं आए, हां, कामाख्या देवी के दर्शन के लिए जरूर आए थे। इस मामले में सोनम की तलाश जारी है, लेकिन परिवार और रघुवंशी समाज का मानना है कि बिना सीबीआई जांच के इस रहस्यमयी मामले की सच्चाई सामने नहीं आएगी।