इंदौर। मेघालय में लापता हुई इंदौर की बेटी सोनम रघुवंशी के मामले को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात की और इस मामले में सीबीआई जांच का आदेश देने का आग्रह किया। लापता महिला और उसके दिवंगत पति राजा के परिजन भी बीते कई दिनों से इस मामले में सीबीआई जांच का अनुरोध कर रहे थे। ऐसे में अब इस मामले में सीएम का साथ मिलने से परिजन उत्साहित हो गए हैं, और उन्हें न्याय मिलने की किरण नजर आने लगी है। उधर लापता महिला के भाई विपिन रघुवंशी ने मीडिया से बात करते हुए मेघालय पुलिस को लेकर बड़ा दावा किया है। अपने भाई गोविंद से मिली जानकारी के आधार पर विपिन ने कहा कि मेघालय की सोहरा पुलिस की रुचि हमारी बहन को खोजने में नहीं है, बल्कि वो तो इस आपदा में भी पैसा कमाने का अवसर ढूंढ रही है। महिला के भाई का कहना है कि सोहरा पुलिस पैसों के लिए बार-बार सिर्फ एक्टिवा वाले को बुलाकर पूछताछ कर रही है, जबकि उसके अलावा किसी अन्य स्थानीय शख्स को एकबार भी पूछताछ के लिए नहीं बुलाया गया है।
राज्य सरकार के प्रति जताया आभार
लापता सोनम रघुवंशी के भाई विपिन रघुवंशी ने इस बारे में बात करते हुए कहा, ‘मैं माननीय मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जी का शुक्रिया अदा करता हूं। उनके द्वारा ट्वीट करके जो कहा गया है वह सही है। उन्होंने अमित शाह जी को जो ट्वीट किया है और सीबीआई जांच के लिए कहा है, इसके लिए मैं उनका आभारी हूं। उन्होंने हमारा साथ दिया है, मध्य प्रदेश सरकार भी हमारा पूरा सहयोग कर रही है। इसके लिए मैं उनका बहुत आभारी हूं।’
‘एक्टिवा वाला ओडिशा का, पुलिस सिर्फ उससे पूछताछ कर रही’
इसके बाद शिलांग में मौजूद अपने भाई गोविंद से हुई बातचीत की हवाला देते हुए विपिन ने कहा, ‘आज मेरी बात अपने भाई गोविंद से हुई, उसने मुझे बताया कि भैया यहां की पुलिस जो एक्टिवा वाला है, सिर्फ उसी एक्टिवा वाले से पूछताछ कर रही है, क्योंकि वो ओडिशा का रहने वाला है, वह लोकल का नहीं है। उस एक्टिवा वाले के अलावा वहां किसी और की जांच नहीं हो रही है।’
‘पुलिस का मकसद एक्टिवा वाले से पैसों की उगाही करना’
गोविंद ने बाद में इसकी वजह बताते हुए कहा कि ‘एक्टिवा वाला उनके टारगेट पर इसलिए है कि क्योंकि उसकी एक्टिवा जो है, वो टैक्सी परमिट में नहीं है, तो सिर्फ पैसों की डिमांड के लिए उसे टॉर्चर किया जा रहा है, बाकी वहां पर जो लोकल लोग हैं, उनको तो अबतक एकबार थाने तक भी लेकर नहीं आए हैं और ना ही उनसे कोई पूछताछ की गई है।’
‘विभाग सहयोग कर रहा, लेकिन सोहरा पुलिस की नीयत साफ नहीं’
विपिन ने आगे पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘सोहरा थाने का जो पुलिस-प्रशासन है, वह सिर्फ पैसों के लिए काम करता है, क्योंकि एक्टिवा वाला जितना गलत है, बाकी लोग भी उतने ही गलत है। उनसे भी पूछताछ करना चाहिए। हम लोग यह नहीं कह रहे मेघालय पुलिस कोई काम नहीं कर रही, मेघालय पुलिस पूरा काम कर रही है, वह पूरा सहयोग दे रही है, मेघालय सरकार भी पूरा सहयोग दे रही है, बस हम लोगों को लग रहा है कि सोहरा पुलिस स्टेशन इस काम में ज्यादा एक्टिव नहीं है।’
23 मई के बाद से कपल का कुछ पता नहीं चला
बता दें कि इंदौर के रहने वाले युवा व्यवसायी राजा रघुवंशी की शादी 11 मई को सोनम रघुवंशी (25) के साथ हुई थी, और शादी के कुछ ही दिन बाद यह कपल हनीमून मनाने के लिए मेघालय आया था, जहां 23 मई के बाद से उनका कुछ पता नहीं चल सका।
पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया था कि दंपति 22 मई को नोंग्रियाट में डबल-डेकर रूट ब्रिज देखने के लिए शिलांग से किराए की स्कूटी पर मावलाखियाट गांव पहुंचे थे। उन्होंने एक स्थानीय गाइड को साथ लिया था और शिपारा होमस्टे में रात भर रुके। उन्होंने अगले दिन सुबह लगभग छह बजे चेक आउट किया और दोबारा मावलाखियाट लौटने की मंशा जताई।
इस दौरान वहां रहने के लिए कोई जगह नहीं मिलने के कारण दंपति ने अपना सामान दूसरे ‘मन्हा होमस्टे’ में छोड़ दिया जो सैत्सोपेन में था। फिर वे कहीं और रहने की जगह की तलाश में निकल पड़े। लेकिन आश्चर्यजनक रूप से वे अपना सामान लिए बिना ही नोंग्रियाट चले गए। इस बीच 24 मई को सोहरारिम के सरदार ने एक लावारिस एक्टिवा सड़क पर खड़े होने की सूचना दी। ई-चालान के माध्यम से इसे दंपति द्वारा किराये पर लेना पाया गया। इसके बाद रिश्तेदारों ने उनकी गुमशुदगी की एक प्राथमिकी दर्ज कराई।
इसके कुछ दिनों बाद बचाव अभियान में शामिल लोगों को 2 जून को राजा का शव क्षत-विक्षत हालत में राजा के होमस्टे से लगभग 20 किलोमीटर दूर सोहरा क्षेत्र में एक झरने के पास एक गहरी खाई में मिला था। वहीं सोनम का अबतक कुछ पता नहीं चला है।