नरसिंहपुर: नरसिंहपुर जिले के करेली थाना अंतर्गत एक रिटायर पुलिस अधिकारी ने अपना बदला पूरा करने के लिए एक निर्दोष व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया. हत्यारे ने पहले एक ऐसे व्यक्ति की तलाश की जिसके मर जाने से किसी को कोई फर्क न पड़े जो अपना जीवन घूम फिर कर व्यतीत कर रहा हो, जल्दी ही हत्यारे को एक ऐसा व्यक्ति मिला गया जिसके कोई न आगे न कोई पीछे, फिर इस हत्यारे ने फिरौती देकर लोहे की रॉड से एक निर्दोष व्यक्ति की हत्या करवाई.

मामला आपसी रंजिश का है आरोपी के समधी अमोल झरिया और बेटी ने दहेज प्रथा की रिपोर्ट थाने में दर्ज करवाई, जिससे आरोपी शंकरलाल झरिया के ऊपर दहेज प्रथा का केस दर्ज हो गया, इस अपमान का बदला लेने के लिए आरोपी ने पूरा षड्यंत्र रचा पहले ऐसे युवक की तलाश की जिसके मर जाने से किसी को कोई फर्क न पड़े, जिसके बाद एक ऐसे व्यक्ति को ढूंढा जो फिरौती लेकर उसका ये काम कर सके.

आरोपी ने बसंत वंशकार को 40 हजार रुपये की सुपारी देते हुए एक बेकसूर व्यक्ति नारायण काछी पर रॉड से हमला करवा कर मौत के घाट उतारवा दिया गया, शंकर लाल झारिया पुलिस इंस्पेक्टर के पद से तकरीबन तीन साल पहले रिटायर हुआ है, इनके और इनके बेटे के ऊपर महिला थाने में शंकरलाल झरिया की बहू ने दहेज का मामला दर्ज करवाया था, इसका बदला लेने शंकर लाल झरिया ने साजिश रची और हत्या कराते हुए शव को अपने समधी के खेत में बने मकान के सामने फेंक दिया.

जिससे अपना बदला ले सके और अपने समधी को फंसा सके, हत्या करवाने के बाद हत्यारा बसंत वंशकार और शंकरलाल दोनों फरार हो गए, पुलिस ने 24 घंटे के अंदर मुखबिर और तकनीकी सहायता की मदद से इस मर्डर मिस्ट्री को सुलझा लिया, हत्यारा बसंत वंशकार और शंकरलाल झरिया दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए अंधी मर्डर मिस्ट्री का खुलासा कर दिया है.

नरसिंहपुर पुलिस अधीक्षक मृगाखी डेका ने मीडिया से बातचीत में बताया कि 11 जून को करेली थाना क्षेत्र में एक अज्ञात शव मिला था, जिसकी शिनाख्त 2 घंटे के अंदर हो गई थी, थाना प्रभारी के नेतृत्व में इस पूरे मर्डर मिस्ट्री को क्रेक किया गया है, विवेचना में पाया गया है कि जो मुख्य आरोपी है वो शंकर लाल झरिया नाम का व्यक्ति है, जो पुलिस विभाग से रिटायर्ड इंस्पेक्टर है, उसके रिटायरमेंट के तीन साल के लगभग हो गये हैं और उनके खिलाफ महिला थाने एक और केस दर्ज है, झरिया थाने में जो दहेज का है, जो उनकी बहू ने उनके और उनके बेटे के खिलाफ किया था.

आरोपी शंकरलाल झरिया के खेत में ये शव मिला था तो ये समझ में आ रहा है कि ये बदला लेने के रुप में हत्या की गई ताकि अमोल झरिया को जेल है और उनका बदला पूरा हो सके इसलिए शव को वहां फेंका गया था, साथ ही हत्या खुद न करके कैश में पैसा देकर हत्या करवाई गई और घटना के बाद दोनों फरार हो गए, पुलिस टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है.