भोपाल। मिलावटी दूध, मावा, पनीर, घी और उससे बने उत्पादों की बिक्री के मामले में राज्य सरकार ने ग्वालियर, खरगौन और उज्जैन के तीन व्यापारियों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की है। खाद्य सुरक्षा अमले को तीनों ही व्यापारियों के यहां बीते दिनों अलग-अलग खाद्य पदार्थ के नमूने लिए थे। इस दौरान इन व्यापारियों के गोदाम से केमिकल सहित दूसरे प्रोडक्ट मिले थे।
वहीं दूसरी ओर स्टेट फूड लेबोरेटरी से दूध, मावा , पनीर और मिल्क प्रोडक्ट के 35 नमूनों की जांच रिपोर्ट फूड एनालिस्ट ने जारी की, जिसमें में 15 को अलग – अलग कारणों से अमानक बताया गया है। इससे जांच में अमानक, मिसब्रांडेड और मिलावटी निकले फूड सैंपल्स की संख्या 48 हो गई है, जबकि लैब से बीते तीन दिन में कुल 118 फूड सैंपल्स की जांच रिपोर्ट जारी हुई है। गौरतलब है खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने बीते 16 दिन में 1748 फूड सैंपल लिए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बताया स्टेट फूड लैबोरेटरी में दूध, मावा, पनीर, दुग्ध उत्पाद सहित दूसरे खाद्य पदार्थों के 1 हजार से ज्यादा नमूने जमा हुए हैं। इनमें से 118 सैंपल्स की जांच रिपोर्ट जारी हुई है, जिसमें 47 नमूनों को जांच के बाद फूड सेफ्टी एंड स्टैडर्ड एक्ट के अनुसार अमानक ठहराया गया है। जबकि एक नमूना प्रतिबंधित स्तर का निकला है। मंत्री सिलावट के अनुसार लैबोरेटरी टेस्ट में अमानक निकले दूध, मावा, पनीर और दुग्ध उत्पादों के 3 नमूनों में केमिकल की मिलावट मिली है। जबकि 12 नमूने मिस ब्रांडेड निकले हैं। इसी तरह 32 सैंपल्स , जांच में सबस्टैडर्ड निकले हैं। इन नमूनों को क्वालिटी एफएसएसएआई के मानकों के अनुरूप नहीं होने के कारण उन्हें फूड एनालिस्ट ने सबस्टैंडर्ड घोषित किया है।
ग्वालियर, खरगोन और उज्जैन में तीन पर लगाया रासुका रू मंत्री ने बताया मिलावटी खाद्य पदार्थों के कारोबार में शामिल ग्वालियर, उज्जैन और खरगौन में तीन व्यापारियों पर रासुका की कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि ग्वालियर में उम्मेद सिंह रावत के खिलाफ मिलावटी दूध, मावा और पनीर के तीन मामले दर्ज थे। चौथा मामला शुक्रवार को दर्ज किया गया। इसके चलते उम्मेदसिंह रावत के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की गई। इसी तरह उज्जैन में दुग्ध उत्पाद कारोबारी कीर्तिवर्धन केलकर और खरगोन में हार्दिक द्वारकादास महाजन के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की गई।
उधर, जावरा में खराब होने की आशंका में 1260 किलो पुराना मावा जमीन में गाड़ा रू दूध और दूध से निर्मित तथा अन्य खाद्य सामग्री को लेकर शासन सख्त है। प्रशासन रोज छापामार कार्रवाई करने में जुटा है। शनिवार को एसडीएम ने खाद्य एवं औषधी प्रशासन विभाग के अफसरों के साथ जावरा में काटजू मार्ग स्थित अभिनव मिष्ठान भंडार पर दबिश दी। यहां से 1260 किलो पुराना मावा खराब होने की आशंका में जब्त कर नष्ट करवाया। मावे का सैंपल लेकर नपा कर्मचारियों की मदद से ट्रेचिंग ग्राउंड में जमीन में गड़वा दिया। एसडीएम एमएल आर्य ने बताया जो मावा नष्ट करवाया, वह पुराना था और खराब होने लगा था। उसका सैंपल लिया और नष्ट करवा दिया। 315 किलो मावा ठीक दिखा, उसके जांच सैंपल लेकर फ्रीजर में सील करवा दिया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद मावे को रिलीज किया जाएगा। टेस्टिंग में मावे की क्वालिटी खराब निकली तो जब्त मावा भी नष्ट करवाकर कार्रवाई करेंगे।