भोपाल। भारतीय जनता पार्टी ने अपने विधायकों का आपराधिक रिकॉर्ड मंगवाया है। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सीधे अपने विधायकों को पत्र लिखकर किसी भी प्रकार के आपराधिक मामलों की जानकारी मांगी है। भारतीय जनता पार्टी ने प्रह्लाद लोधी कांड के बाद अपनी स्थिति को सुरक्षित रखने के लिए यह कदम उठाया है। पार्टी में यह भी कयास लगाए जा रहे है कि भाजपा के विधायक व पदाधिकारी है उनके खिलाफ गंभीर मामले दर्ज है ऐसे मामले जिन पर कोई सजा भी हो सकती है ऐसे नेताओं से पार्टी संगठन में कोई बडा पद नहीं दिया जाएगा। गृहमंत्री अमित शाह पार्टी की छवि खराब करने वाले नेताओं को संगठन में लेने के कतई मूड में नहीं हैं

पिछले दिनों भोपाल के विशेष न्यायालय ने भाजपा विधायक प्रहलाद लोधी को तहसीलदार के साथ मारपीट के मामले में दोषी पाते हुए 2 साल की सजा सुनाई थी। भाजपा विधायक ने फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील की थी लेकिन इससे पहले विधानसभा सचिवालय ने भाजपा विधायक की सदस्यता शून्य घोषित कर दी थी। भाजपा को डर है कि कमलनाथ सरकार भाजपा विधायकों के खिलाफ चलने वाले मामलों में अभियोजन की कार्यवाही में तेजी लाएगी और इस तरह सदन में उसके विधायकों की संख्या कम करने की कोशिश करेगी। अमित शाह इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के राज्य स्तरीय नेताओं के रवैया से काफी नाराज है।

गोपाल भार्गव ने यहां जारी पत्र में कहा है कि आगामी दिसंबर माह में विधानसभा का शीतकालीन सत्र होगा। इसलिए पार्टी के विधायक अपने अपने क्षेत्रों की विभिन्न समस्याओं को शीतकालीन सत्र के दौरान उठाने की तैयारी कर लें। उन्होंने कहा कि जनता की आवाज को विधानसभा में उठाना हम सब जनप्रतिनिधियों का कर्तव्य है। इसलिए जनता से जुड़े मुद्दों जैसे किसानों की कर्जमाफी, बिजली के बिल, अतिवृष्टि और बाढ़ से प्रभावित खरीफ जैसे मुद्दों से जुड़ी जानकारी जुटाएं और उसे भेजें।

पत्र में भार्गव ने अपनी पार्टी के विधायकों से कहा है कि यदि अपने ऊपर भोपाल स्थित विशेष न्यायालय में आपराधिक या कोई अन्य प्रकरण विचाराधीन या लंबित हैं, इसकी भी जानकारी भेंजे। इसके साथ ही उन्होंने पार्टी विधायकों से किसानों की कर्जमाफी, अतिवृष्टि और बाढ़ से प्रभावित खरीफ की फसलों की जानकारी सहित जनहित से जुड़ी अन्य समस्याओं की जानकारी भी एकत्रित कर भेंजे, जिससे विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान जनहित से जुड़े मुद्दों को उठाया जा सके।

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