इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर के साउथ गाडरा खेडी में रहने वाली 8 साल की मासूम बच्ची को अगवा कर उसे पत्नी बनाना चाहता था 30 साल का हैवान पडोसी। अपहरण के बाद वह मासूम को बस में ले गया तो उसके साथ दुष्कर्म का भी प्रयास किया। आरोपी ने कबूला कि 6 साल पहले उसने भोपाल से 11 साल की किशोरी को अगवा किया था। लोगों को बताया कि वह बहन, लेकिन उसका शारीरिक शोषण करता रहा। उस युवती का इंदौर में ही एक युवक से प्रेम-प्रसंग हो गया तो आरोपी ने झगडा किया। युवती को उसके परिजनों के पास छोडकर आने के बाद उसने मासूम को अगवा कर पत्नी बनाने की साजिश रची।
सदर बाजार टीआई अजय वर्मा के अनुसार पकडाया बदमाश संतोष उर्फ हरी पटेल निवासी तुलसी पार्क खमरिया रायसेन है। उसने शुक्रवार को साउथ गाडरा खेडी से 8 साल की मासूम का अपहरण किया था। रविवार को वह सागर बस स्टैंड से जाने वाली छतरपुर बस में बच्ची को ले जाते हुए पकडाया। आरोपी संतोष ने कबूला कि वह अगवा की गई इंदौर की मासूम को पत्नी बनाकर रखना चाहता था। इसलिए उसने इंदौर से आते वक्त दुष्कर्म का प्रयास भी किया था। वह अगली रात सागर बस स्टैंड पर पडा रहा और रहने का ठिकाना ढूंढता रहा। उसे जब सागर में कोई जगह नहीं मिली तो वह बच्ची को छतरपुर ले जाने की फिराक में था।
टीआई ने बताया कि शुक्रवार को अपहरण की जानकारी के बाद क्षेत्र में पूछताछ शुरू कर दी गई। पता चला कि आरोपी संतोष ने पहले बच्ची को दूध लेने भेजा और पीछे से उसे लेकर भाग गया। हालांकि यह घटना एक सीसीटीवी कैमरे में कैद होने से संतोष का हुलिया पुलिस को मिल गया। लोगों ने बताया कि संतोष के साथ एक युवती रहती थी, जिसे वह बहन बताता था। 5 नवंबर को वह उसे सागर में कहीं छोडकर आ गया है।
पुलिस ने युवती के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि मोहल्ले के छात्र शुभम खांडे से युवती को प्यार हो गया था। शुभम ने बताया कि यह बात संतोष को पता चली तो उसने युवती और शुभम से झगडा किया। पुलिस के पास जितने भी नंबर थे वो बंद आ रहे थे। तभी शुभम ने युवती का एक ऐसा नंबर दिया जो सिर्फ उसे पता था। पुलिस ने तकनीकी आधार पर पता लगा लिया कि आरोपी भी सागर क्षेत्र में हैं। वहां सर्चिंग अभियान शुरू करवा दिया। इंदौर से अगुआ हुई मासूम के सागर में रहने वाले रिश्तेदारों को भी सक्रिय कर दिया। उस नंबर के आधार पर पुलिस संतोष द्वारा बहन बताए जाने वाली युवती के घर पहुंची। वहां युवती ने बताया कि संतोष ने उसका 11 साल की उम्र में अपहरण किया था। 6 साल से उसका शोषण कर रहा है। फिर युवती ने बताया कि वह सागर क्षेत्र में मिल सकता है। इधर, 6 साल बाद घर लौटी सागर की किशोरी को देख उसकी मां भी हैरान थी। वह अभी भी नाबालिग है और भोपाल पुलिस भी उसके अपहरण व दुष्कर्म के मामले में अलग से कार्रवाई करेगी।
इधर, 8 साल की मासूम की मामा की लडकी भी संयोग से छतरपुर जाने वाली बस में बैठी और उसे पहचान गई। उसने हंगामा मचाकर आरोपी को पकडवाया और मासूम को भी साथ लिया। एक घंटे बाद इंदौर पुलिस भी वहां पहुंच गई। अब पुलिस आरोपी के खिलाफ पाक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर जेल भेजेगी।
आरोपी को इस घटना का कोई मलाल नहीं है। उसका कहना है कि यदि 8 साल की मासूम उसकी पत्नी नहीं बनती तो वह उसकी हत्या कर कहीं भी फैंक देता। फिर आगे बड जाता। उसने इंदौर में अपने मकान मालिक और दुकानदार को कभी सही पता ही नहीं बताया, ताकि कुछ भी गडबड हो तो पुलिस उसके घर तक पहुंच ही नहीं पाए।