इंदौर। मध्यप्रदेश में लोक परिवहन को बढ़ावा देने के लिए इंदौर प्रशासन ने नई पहल शुरू की है। शुक्रवार को प्रशासिनक अधिकारी ना सिर्फ अपने घर से दफ्तर सिटी बस, आई बस और सिटी वैन में सवार होकर पहुंचे। उन्होंने इस दौरान सफर में आने वाली समस्याओं और उनके रख-रखाव को भी बारीकी से जांचा। प्रशासिनक अधिकारियों के साथ ही कलेक्टर ने भी निगमायुक्त के साथ आई बस में सफर किया।
कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव ने लोक परिवहन को बढावा देने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों से अपील की थी कि वे सप्ताह में एक दिन शुक्रवार को पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें। इतना ही नहीं इसमें सफर करने के दौरान यह भी देखें कि शहर में दौड रहे ये वाहन फिट तो हैं। इस पहल के तहत दोपहर में कलेक्टर नेहरू स्टेडियम पहुंचे और यहां पर निगम द्वारा नेहरू स्टेडियम को खेल हब के रूप में विकसित करने के लिए तैयार नक्शे का अवलोकन किया। इसके बाद वे निगमायुक्त आशीष सहित के साथ पैदल जीपीओ स्थित आई बस स्टॉप पहुंचे। यहां पर कलेक्टर से स्वयं चार टिकट खरीदी और फिर आई बस में सवार होकर निगमायुक्त के साथ भंवरकुआं पहुंचे और यहां पर बीआरटीएस का निरीक्षण किया। इसके बाद वे आई बस में सवार होकर यहां से अपने ऑफिस के लिए निकले।
कलेक्टर ने कहा कि शहर की आवश्यकता को देखते हुए लोगों को बीआरटीएस और पब्लिक ट्रांसपोर्ट का अधिक से अधिक उपयोग करना चाहिए। मेरी लोगों से अपील है कि प्रायवेट वाहन होने के कारण पब्लिक टांसपोर्ट की अनदेखी ना करें। पब्लिक ट्रांसपोर्ट में लगातार सुधार हो रहा है। हम इस बात का पूरा ध्यान रख रहे हैं कि इसमें सफर करने वालों को किसी प्रकार की परेशानी ना आए। यह शहर हित में है इसलिए किसी एक वर्ग की बात नहीं सभी वर्ग को आगे आना चाहिए। निगमायुक्त ने कहा कि प्रशासन की यह बहुत ही अच्छी पहल है। इससे लोगों में एक पॉजिटिव मैसेज जाएगा।
जिला पंचायत सीईओ नेहा मीणा, सहायक जिला पंचायत सी मधूलिका शुक्ला ने आई बस में सफर किया।
इसके पहले अपर कलेक्टर अजय देव शर्मा ने नई बस में सफर किया। उनके साथ एसडीएम राकेश शर्मा भी थे। अपर कलेक्टर दिनेश जैन तो अपने घर से टाटा मैजिक में सवार होकर कलेक्ट्रेट के लिए रवाना हुए। उनके साथ तहसीलदार आनंद मालवीय और नायब तहसीलदार मनीष श्रीवास्तव भी थे। जिला पंजीयक बीके मोरे जिला पंचायत सीईओ नेहा मीणा, सहायक जिला पंचायत सी मधूलिका शुक्ला भी आई बस में सवार होकर अपने दफ्तर पहुंचीं।