मिजाजीलाल जैन
इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर में महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम ने आज रविवार को ग्राम केलोद काकड़ में 14 साल की बच्ची का बाल विवाह रुकवाया। 20 नवंबर को मंदिर में गुपचुप तरीके से यह बाल विवाह होने वाला था। परियोजना अधिकारी नितिन चौरसिया के नेतृत्व में टीम पहुंची और माता-पिता को समझाइश दी। उनसे शपथपत्र भी लिया गया कि बेटी के बालिग होने के बाद ही उसका विवाह करेंगे।
एक व्यक्ति द्वारा बाल विवाह होने की सूचना संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी को दी गई। संभागायुक्त ने महिला एवं बाल विकास को मामले की जानकारी दी जिसके बाद विभागीय अमला सक्रिय हुआ।
प्रभारी कार्यक्रम अधिकारी वी.एस. राठौर ने बताया कि बच्ची की 8वीं की अंकसूची के आधार पर उम्र का सत्यापन किया गया। दूल्हा 21 वर्ष का ही था। परियोजना अधिकारी के साथ पर्यवेक्षक नीता श्रीवास्तव, आशीष वर्मा, संदेश रघुवंशी और चाइल्ड लाइन की टीम मौजूद थीं। मौके पर ही अधिकारियों ने पंचनामा बनाया।