उज्जैनl महाकाल मंदिर परिसर में पहुँच कर शख्स ने चिल्ला चिल्ला कर खुद को विकास दुबे बताया। मंदिर परिसर में तैनात सुरक्षा गार्ड ने पकड़ा ओर पुलिस को दी सूचना । महाकाल थाना पुलिस युवक को गाड़ी मे बैठाकर थाने लेकर नहीं गई. युवक को कंट्रोल रूम तरफ लेकर गई पुलिस। फ्रीगंज इलाके में स्थिति है कंट्रोल रूम l
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार दुबे सुबह 7:45 अपने कुछ साथियों के साथ महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए आया था। इस दौरान वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों को शक हुआ तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिसकर्मी उसे चौकी लेकर पहुंचे। बाद में उज्जैन एसपी मनोज सिंह ने दुबे को गिरफ्तार कर कंट्रोल रूम ले गए।
इस मामले में उत्तर प्रदेश के कानपुर जोन के आईजी मोहित अग्रवाल ने मीडिया से कहा कि मीडिया के माध्यम से ही विकास दुबे के उज्जैन में पकड़े जाने की सूचना मिली है अभी तक मध्य प्रदेश पुलिस से अधिकृत जानकारी कानपुर पुलिस को नहीं दी गई है.
बताया जा रहा है कि विकास दुबे महाकाल मंदिर के सामने खड़ा था. जैसे ही वहां स्थानीय मीडिया पहुंची तो उसने चिल्लाया कि मैं विकास दुबे हूं. इसके बाद स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. तुरंत उसे गिरफ्तार किया गया और सीधे महाकाल थाने लाया गया है, जहां उससे पूछताछ की जा रही है.
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि अभी विकास दुबे मध्य प्रदेश पुलिस की कस्टडी में है. गिरफ्तारी कैसे हुई? इसके बारे कुछ भी कहना ठीक नहीं है. मंदिर के अंदर से या बाहर से गिरफ्तारी को लेकर कहना भी ठीक नहीं है. उसने क्रूरता की हदें शुरू से ही पार कर दी थी. वारदात होने के बारे से ही हमने पुलिस को अलर्ट पर रखा था.
2 जुलाई की रात आठ पुलिसकर्मियों की हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले विकास दुबे की तलाश में पूरे उत्तर प्रदेश को छावनी में तब्दील कर दिया गया था. इसके बावजूद न केवल विकास दुबे पुलिस को गच्चा देता रहा, बल्कि वह हरियाणा से लेकर मध्य प्रदेश तक घूमता रहा.
यूपी पुलिस की टीम ने दिल्ली-एनसीआर में डेरा डाला तो विकास दुबे उज्जैन भाग गया. अब सवाल उठता है कि आखिर पूरे प्रदेश को छावनी में तब्दील करने और 50 से अधिक टीमें लगाने के बाद भी विकास दुबे उज्जैन कैसे पहुंचा और उसकी किसने मदद की. फिलहाल, यूपी पुलिस की टीम उज्जैन रवाना हो गई है.
वही दूसरी और कानपुर शूटआउट के मुख्य आरोपी विकास दुबे के करीबी रणबीर शुक्ला और प्रभात मिश्रा को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया।प्रभात मिश्रा को पुलिस ने फरीदाबाद के होटल से गिरफ्तार किया था बताया जा रहा है कि प्रभात पुलिस की कस्टडी से भाग रहा था इसके बाद मुठभेड़ में प्रभात को मार गिराया गया।
इसके अलावा इटावा में विकास दुबे के करीबी रणबीर शुक्ला को मार गिराया गया है।पुलिस के मुताबिक रणबीर शुक्ला ने देर रात महेवा के पास हाईवे पर स्विफ्ट डिजायर कार को लूटा था उसके साथ तीन और बदमाश थे, पुलिस को लूट की जैसे ही खबर मिली, पुलिस ने चारों को सिविल लाइन थाने के काचुरा रोड पर घेर लिया।
पुलिस और रणबीर शुक्ला के बीच फायरिंग शुरू हो गई,इस फायरिंग के दौरान रणबीर शुक्ला को ढेर कर दिया गया,हालांकि उसके तीन साथी भागने में कामयाब रहे,इटावा पुलिस ने आस-पास के जिले को अलर्ट कर दिया है। रणबीर शुक्ला पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम रखा था वह भी कानपुर शूटआउट का एक आरोपी था।
वहीं प्रभात मिश्रा के एनकाउंटर के बारे में बताते हुए आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा कि पुलिस टीम प्रभात को लेकर फरीदाबाद से आ रही थी रास्ते में गाड़ी पंचर हो गई, इस दौरान प्रभात ने पुलिस का हथियार छीनकर भागने की कोशिश की, इसके बाद मुठभेड़ में प्रभात मारा गया है कुछ सिपाही घायल हुए हैं।