भोपाल. राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के कई इलाकों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की बढ़ती संख्या सरकार के लिए परेशानी का सबब बन गई है. राजधानी भोपाल में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार ने फिर से कुछ प्रतिबंध लागू करने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए हैं कि भोपाल में अब सोमवार से सभी निजी कार्यालय केवल 50 फ़ीसदी स्टाफ के साथ ही खोले जाएंगे. इसके साथ ही यह भी निर्देश दिए गए हैं कि अभी बाजार की जो दुकानें रात 10:00 बजे तक खोलने की छूट दे दी गई थी वे दुकानें अब रात 8:00 बजे ही बंद कराई जाएंगी.
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अभी कोरोना गया नहीं है. निश्चिंत न हों पूरे सावधान और सजग रहें. कहीं भी भीड़ न लगाएं. अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें. अनिवार्य रूप से मास्क लगाएं. फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें तथा अन्य सभी सावधानियां बरतें. थोड़ी भी लापरवाही खतरनाक हो सकती है. कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए ये तय किया गया है कि इस बार सभी जिलों में स्वतंत्रता दिवस समारोह सीमित रूप से मनाया जाए तथा उनमें पूरी सतर्कता एवं सावधानी रखी जाए.
सीहोर जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहां टैस्टिंग कम है. प्रति दस लाख वहां सैम्पलिंग 1370 है, जबकि मध्यप्रदेश में टैस्टिंग 7096 प्रति दस लाख है. नसरूल्लागंज में पिछले दिनों में अधिक प्रकरण आए हैं. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि वहां टैस्टिंग बढ़ाई जाए. आवश्यकता होने पर लॉकडाउन किया जा सकता है. सीहोर जिले में फिलहाल एक्टिव मरीज 61 है तथा 29 स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं.
देश में कोरोना के एक्टिव केसों की तुलना में मध्यप्रदेश देश में 15वें स्थान पर है. वहीं, पॉजीटिव केस के मामले में 13वें स्थान पर है. मध्यप्रदेश की पॉजिटिविटी रेट 3.73 प्रतिशत, रिकवरी रेट 68.3 प्रतिशत तथा फैटिलिटी रेट 3.24 प्रतिशत है.
एमपी में किल कोरोना अभियान के तहत प्रदेश में 97 प्रतिशत स्वास्थ्य सर्वे का काम पूरा हो गया है. 20 जुलाई तक शत-प्रतिशत सर्वे हो जाएंगे. सर्वे के दौरान 01 लाख 17 हजार 626 सैम्पल लिए गए, जिनमें से 2038 पॉजीटिव आए और पॉजिटिविटी दर 1.73 प्रतिशत रही है.