भोपाल। मंत्रालय में आज कैबिनेट बैठक में राज्यपाल लालजी टंडन के निधन पर शोक व्यक्त कर दो मिनट का मौन रखा गया। शोक-श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ मंत्री गोपाल भार्गव, गोविंद सिंह, कमल पटेल, भूपेंद्र सिंह, प्रभुराम चौधरी, अरविंद भदौरिया, हरदीप सिंह डंग, विजय शाह, बिसाहूलाल सिंह सहित कैबिनेट के अन्य मंत्री और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।

मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का मंगलवार की सुबह लखनऊ के मेदांता अस्तपताल में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान सहित कैबिनेट के सभी सदस्यों ने कैबिनेट में उन्हें श्रृद्धांजलि दी है। राज्यपाल के निधन पर प्रदेश के सभी शासकीय संस्थानों में आज अवकाश घोषित किया गया है। इसके साथ ही पूरे प्रदेश में पांच दिन का राज्यकीय शोक रहेगा।

मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान लखनऊ में राज्यपाल के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। मध्यप्रदेश को राज्यपाल लालजी टंडन को रुटीन चैकअप के लिए लखनऊ के मेदांता अस्पताल में बारह जून को भर्ती कराया गया था। बाद में उन्हें लीवर में इंफेक्शन और  सांस लेने में दिक्कत होंने के कारण उनकी हालत बिगड़ने लगी थी। पिछले चौदह दिन से उन्हें वेटीलेटर पर रखा गया था। इलाज के दौरान ही  मंगलवार को सुबह 5.35 बजे उनका निधन हो गया। उनके शरीर को अंतिम दर्शन के लिए  सुबह दस बजे से बारह बजे तक लखनऊ में  त्रिलोकनाथ रोड हजरतगंज पर कोठी नंबर नौ पर रखा गया था। जहां देश के कई गणमान्य नागरिकों ने पहुंचकर उन्हें श्रृद्धासुमन अर्पित किए। इसके बाद उन्हें सोंधी टोला चौक लखनऊ में उनके निवास ले जाया गया। शाम चार बजे उनकी अंतिम यात्रा गुलाला घाट चौक के लिए जाएगी वहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

मंगलवार को सुबह कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित सभी मंत्रियों ने राज्यपाल लालजी टंडन को श्रृद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद कैबिनेट बैठक स्थगित कर दी गई। कैबिनेट बैठक कल की जाएगी। सीएम शिवराज सिंह , प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत अंतिम दर्शन के लिए लखनऊ रवाना हो गए है। वे उनके अंतिम संस्कार में शामिल होंगे।

राज्यपाल लालजी टंडन के निधन पर प्रदेश में होंने वाले सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए है। मंगलवार को प्रदेश के सभी शासकीय कार्यालयों में एक दिन का अवकाश घोषित किया गया है। पूरे प्रदेश में पांच दिन का राजकीय शोक भी रहेगा। इस दौरान राष्टÑीय ध्वज झुके रहेंगे।

गौरतलब है कि राजभवन में कोरोना संक्रमण मरीजों के मिलने के बाद वे अवकाश पर गए थे। लखनऊ जाने के बाद अचानक अस्वस्थ होने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लिवर में दिक्कत होने की वजह से 14 जून को इमरजेंसी आॅपरेशन किया गया था। टंडन की हालत में सुधार न होता देख केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बाई पटेल को मध्यप्रदेश का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा था।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 12 अप्रैल 1935 को पैदा हुए टंडन 12 साल की उम्र में आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े और वार्ड पार्षद से लेकर गवर्नर के पद तक पहुंचे। साल 2009 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने टंडन को लखनऊ लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था। इससे पहले तक लखनऊ से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सांसद चुने जाते थे।

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