भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों से कहा है कि जनता और मीडिया के साथ संवाद करते समय नपे तुले शब्दों में संवाद करें। बातचीत के दौरान अनुशासन बनाए रखना है। मंत्री की नजर विभाग की हर छोटी बड़ी गतिविधि पर होनी चाहिए और जो भी सूचना चाहे वह किसी भी माध्यम से आई है, उसे हल्के में नहीं लें बल्कि उसकी तुरंत पुष्टि कर उसके निदान, समाधान के लिए काम करने की कार्यशैली अपनाएं। गलत बात प्रचारित करने का विरोध भी मंत्रियों को करना होगा।
सीएम चौहान ने 17 मंत्रियों के साथ शुरू किए गए वन टू वन संवाद के दौरान ये बातें कहीं हैं। उन्होंने मंत्रियों को दोहराया कि विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन में किस तरह की अड़चन आ रही है, इसका ध्यान खासतौर पर रखें और उसके समाधान के लिए संवाद करें। अपने काम की मानीटरिंग खुद करें और हर माह, तीन माह तथा छमाही का टारगेट लेकर काम करें।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को जिन मंत्रियों के साथ वन टू वन किया था, उनमें जलसंसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, पीएचई मंत्री एदल सिंह कंसाना, आदिम जाति मंत्री मीना सिंह, खनिज साधन मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, परिवहहन मंत्री गोविन्द राजपूत और कृषि मंत्री कमल पटेल शामिल हैं।
मुख्यमंत्री चौहान आज जिन मंत्रियों से अलग-अलग मिलकर उन्हें अपनी प्राथमिकताओं से अवगत करा रहे हैं, उनमें मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, विश्वास सारंग, गिर्राज दंडोतिया, प्रभुराम चौधरी, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रद्युम्न सिंह तोमर, प्रेम सिंह पटेल, उषा ठाकुर शामिल हैं। इनके अलावा डा मोहन यादव, हरदीप सिंह डंग, राजवर्द्धन सिंह दत्तीगांव, भारत सिंह कुशवाह, इंदर सिंह परमार, रामखेलावन पटेल, रामकिशोर कावरे, बृजेन्द्र सिंह यादव और सुरेश धाकड़ से भी सीएम चौहान ने वन टू वन मुलाकात की।