उज्जैन. वो लुटेरी दुल्हन आखिरकार पकड़ी गयी जो शादी के अगले ही दिन भाग निकली थी. जाने से पहले शादी के नाम पर 1 लाख रुपए का चूना लगा चुकी थी. अब 9 महीने बाद उसी दूल्हे ने अपनी उस लुटेरी दुल्हन को उसके असली पति और एक अन्य युवती के साथ पकड़ लिया. आरोपी किसी और को ठगने जा रहे थे.
उज्जैन में रहने वाले बस कंडक्टर चंद्रशेखर मालवीय ने 9 महीने पहले आशा नाम की युवती से शादी की थी. ये शादी चंदर नागर नाम के मध्यस्थ ने करायी थी. शादी करने के लिए आशा ने चंद्रशेखर से 80 हजार रुपये वसूले थे. शादी के बाद एक दो दिन वो चंद्रशेखर के साथ रही और फिर बहाना बनाकर भाग गयी. तब तक चंद्रशेखर उस पर कुल एक लाख रुपए खर्च कर चुका था.
धोखाधड़ी का शिकार हुए दूल्हे और उसके परिवार ने नानाखेड़ा थाने से लेकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों तक से शिकायत की लेकिन लुटेरी दुल्हन का कोई सुराग नहीं मिल पाया. कई दिन तक पुलिस ने एफआईआर तक दर्ज नहीं की. संयोग से चंद्रशेखर को ही वो एक बस में बैठी दिख गयी. उसने फौरन पुलिस को खबर दी. पुलिस ने महामृत्युंजय द्वार पर बस को रूकवाकर उसमें सवार दुल्हन और उसके साथ आई एक युवती और युवक को हिरासत में ले लिया.
पुलिस ने तीनों से पूछताछ की तो पता चला कि उसके साथ पकड़ा गया युवक इस लुटेरी दुल्हन का असली पति है. पति-पत्नी फिर किसी को झांसा देने जा रहे थे. साथ में मिली युवती की वो किसी से शादी कराने जा रहे थे.पुलिस ने जब लुटेरी दुल्हन को पकड़ा तो वो फूट-फूट कर रोने लगी. अपने किये पर पछताती रही.