भोपाल। प्रदेश के बालाघाट, मंडला में राशन की दुकानों पर खराब चावल प्रदाय किए जाने की केन्द्र सरकार को मिली शिकायत के बाद पूरे प्रदेश में लिए गए चावल के सेम्पलों की जांच पूरी हो गई है। मध्यप्रदेश में दो सौ करोड़ रुपए का चावल कम गुणवत्ता का मिला है। जांच में खराब मिले चावल की रिपोर्ट केन्द्रीय खाद्य मंत्रालय को भेजी जा रही है। इसके साथ ही नागरिक आपूर्ति निगम ने अब अनाज की क्वालिटी चैक करने के लिए नया सैटअप बनाने का निर्णय लिया है।

भारतीय खाद्य निगम, नागरिक आपूर्ति निगम और प्रशासन की संयुक्त टीम ने बालाघाट और मंडला जिले में विभिन्न स्थानों से सेम्पल लिए थे। जांच में 22 मिलर्स से प्राप्त चावल खराब गुणवत्ता का पाया गया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस मामले में ईओडब्ल्यू को जांच सौंप चुके है। 22 मिलर्स और 9 अफसरों को आरोपी बनाते हुए जांच शुरू की गई थी। अब ईओडब्ल्यू ने दस और जिलों में भी इसकी जांच शुरू की है।

नागरिक आपूर्ति निगम ने अनाजों की गुणवत्ता परखने के लिए संभाग स्तर पर प्रबंधक,  क्वालिटी कंट्रोलर और अन्य अमला रखने का निर्णय लिया है। इसके लिए अलग सैटअप बनाकर प्रस्ताव राज्य शासन को भेजा जाएगा।

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