भोपाल. मध्य प्रदेश में अब 1 अक्टूबर से प्रदेश भर के सभी सरकारी कॉलेज खुलने जा रहे हैं. सरकारी कॉलेजों में अब यूजी और पीजी की पढ़ाई ऑनलाइन शुरू हो रही है. 1 अक्टूबर से सरकारी कॉलेजों के यूजी और पीजी के छात्रों की ऑनलाइन क्लासेस लगने वाली है. ऑनलाइन क्लासेस को लेकर उच्च शिक्षा विभाग ने विभागीय आदेश जारी किया है. ऑनलाइन पढ़ाई पोर्टल के माध्यम से वर्चुअल होगी. वर्चुअल पढ़ाई के लिए 6 विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर कंटेंट तैयार करेंगे.
सरकारी कॉलेजों में ऑनलाइन पढ़ाई कराने के लिए कंटेंट तैयार करने की जिम्मेदारी 6 विश्वविद्यालयों के प्रोफेसरों को दी गई है. बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल, जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर, उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान भोपाल, मध्यप्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय भोपाल के प्रोफेसरों को ऑनलाइन कंटेंट पोर्टल पर उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी दी गई है.
उच्च शिक्षा विभाग में ऑनलाइन क्लासेज के शुरू होने से पहले ही दिशा निर्देश जारी किए है..जिनमें सभी प्रोफेसरों को निर्देश दिए गए हैं कि आवश्यक कार्य के बिना मुख्यालय छोड़ने की अनुमति नहीं है. इसके साथ ही व्याख्यान वैलिडेशन कमेटी के अनुमति के बाद ही पोर्टल पर e-content जारी किया जाएगा. ऑनलाइन पढ़ाई के संबंध में विश्वविद्यालयों में प्रोफेसरों को बीते दिनों ट्रेनिंग भी दी गई है. पहली बार होने जा रही ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर प्रोफेसर्स को दिक्कत ना हो.
सरकारी कॉलेजों में लगने जा रही ऑनलाइन क्लासेस की मॉनिटरिंग करने के लिए अधिकारियों की टीम गठित की गई है. हर संभाग में एक-एक अधिकारी ऑनलाइन क्लासेस की मॉनिटरिंग करेंगे. ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन सागर, रीवा, भोपाल संभाग में एक-एक अधिकारी को मॉनिटरिंग के लिए नियुक्त किया गया है. अधिकारी 7 दिनों तक ऑनलाइन क्लासेज के संचालन की मॉनिटरिंग करेंगे. शुरुआती एक हफ्ते तक चलने वाली ऑनलाइन क्लासेस के संचालन की रिपोर्ट उच्च शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भेजेंगे.