भोपाल। मप्र में तेज गति से वाहन चलाने वालों, अब सावधान हो जाओ क्योंकि पुलिस लेज़र स्पीड गन से आधा किमी की दूरी से ही गाड़ी की तेज गति का पता लगा लेगी। सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश के उद्देश्य से प्रदेश पुलिस को ऐसी 42 लेजर स्पीड गन उपलब्ध कराई गई है।

मुख्यतः राजमार्ग पर सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सरकार द्वारा निरंतर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पुलिस प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान डी.सी. सागर ने बताया कि पीटीआरआई द्वारा जिलों की पुलिस को 42 लेजर स्पीड गन वितरित की गई हैं।

उन्होंने बताया कि लेजर स्पीड गन से सड़कों पर निर्धारित गति से अधिक तेज़ गति से चलने वाले वाहनों की गति को आधुनिक टेक्नोलॉजी से दूर से ही पढ़ा जा सकेगा और उस डेटा की प्रविष्टि की जा सकेगी। यह यंत्र लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर चल रहे वाहन की दूरी नाप सकता है, साथ ही आधा किलोमीटर से दूरी और गति दोनों नाप सकता है। इस प्रकार निर्धारित गति से अधिक तेज़ गति से चलने वाले वाहन चालकों के विरूद्ध औचक वैधानिक चालानी कार्यवाही सुनिश्चित हो सकेगी।

सागर ने बताया कि राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार वर्ष 2019 में देश की संपूर्ण सड़क दुर्घटनाओं में गति सीमा का उल्लंघन कर वाहन चलाने से सड़क दुर्घटनाओं का प्रतिशत 71.1þ है, जिनमें मृतकों का 67.3þ और 72.4þ घायलों का है। साथ ही वर्ष 2019 में देश की संपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग की सड़कों में सड़क दुर्घटनाओं में गति सीमा का उल्लंघन कर वाहन चलाने से सड़क दुर्घटनाओं का प्रतिशत 73.5þ एनएचएआई की सड़कें, 68.7 पीडब्ल्यूडी की सड़कें और 63.2þ अन्य सड़कों का योगदान है।

अतः यह अत्यंत अवश्यक है कि राष्ट्रीय राजमार्ग की सड़कों पर यातायात का प्रबंधन प्रभावी और उन्नत तकनीकी से युक्त हो। उन्होंने कहा है कि शीघ्र ही पीटीआरआई लेज़र स्पीड गन के उपयोग और लाभ से संबंधित वर्चुअल ट्रेनिंग के माध्यम से जिलों के पुलिस अधीक्षकों और उनके अधीनस्थ ट्रैफिक पुलिस को योजनाबद्घ तरीके से देगा।

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