भोपाल।  मध्यप्रदेश बोर्ड की 10वीं की परीक्षा का रिजल्ट बुधवार को ठीक 4.00 बजे घोषित हो गया। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार कंप्यूटर का बटन क्लिक कर इसे जारी किया। यह रिजल्ट बोर्ड की वेबसाइट के साथ ही पत्रिका की वेबसाइट के जरिए भी देखा जा सकता है। कोरोनाकाल में स्कूल बंद होने के कारण आनलाइन पढ़ाई कराई गई। इसके बाद आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर रिजल्ट घोषित किए गए हैं।
साढ़े 10 लाख स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी थी। इसमें से 3 लाख 56 हजार 582(39%) फर्स्ट, 3 लाख 97 हजार 762 (43.50%) सेकेंड और 15 हजार 871 (17.48%) छात्र थर्ड डिवीजन पास हुए हैं। हालांकि जो भी बच्चे इस रिजल्ट से खुश नहीं हैं, वे आगामी परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। यह विशेष परीक्षा 1 से 25 सितंबर के बीच आयोजित की जाएगी।

पहली बार होगा कि 10वीं का रिजल्ट 100 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं। पिछले साल 10वीं बोर्ड की राज्य स्तरीय मेरिट सूची में टॉप 10 स्थानों पर 360 बच्चों ने जगह बनाई थी। इसमें भोपाल के 17 बच्चे थे। परीक्षा में करीब 10 लाख छात्र शामिल हुए थे। इस वर्ष 10वीं का रिजल्ट 62.84 प्रतिशत था। इससे पहले 2019 में 61.32%, 2018 में 66 % रिजल्ट रहा है।

इस तरह बना रिजल्ट
नई प्रणाली के तहत 10वीं कक्षा के नियमित स्टूडेंट्स के लिए अर्धवार्षिक और प्री-बोर्ड व यूनिट टेस्ट और आंतरिक मूल्यांकन के अंक के आधार पर रिजल्ट तैयार किया गया है। इन परीक्षाओं में उपस्थित ना रहने वाले स्टूडेंट्स को 33 प्रतिशत अंक देकर पास किया गया। वहीं, प्राइवेट स्टूडेंट्स को भी 33 प्रतिशत अंक देकर पास किया गया।

बोर्ड ने नई प्रणाली के रिजल्ट से असंतुष्ट छात्रों को परीक्षा का विकल्प भी दिया है। यह विशेष परीक्षा 1 से 25 सितंबर के बीच आयोजित की जाएगी। इसके बाद इसमें प्राप्त अंकों के अनुसार उनकी मार्कशीट जारी की जाएगी। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने आदेश जारी किए हैं। यानी जिन छात्रों को सरकार के बोर्ड परीक्षा में अंक देने के मूल्यांकन फॉर्मूले पर भरोसा नहीं है, वे परीक्षा की तैयारी शुरू कर सकते हैं। इसके लिए छात्रों को 1 अगस्त से 10 अगस्त तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा।

MPBSE 10th result 2021 का रिजल्ट बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट mpbse.nic.in पर जारी किया जा रहा है। इस साल 10वीं बोर्ड में 11 लाख विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। 10वीं का रिजल्ट मिड टर्म परीक्षा, यूनिट टेस्ट और इंटर्नल एसेसमेंट में मिले नंबरों के आधार पर जारी किया गया। इसमें बोर्ड ने 50-30-20 का फार्मूला अपनाया है। यानी बोर्ड ने रिजल्ट तैयार करने में 50 फीसटी वेटेज प्री-बोर्ड के नंबरों को दिया। 30 फीसदी यूनिट टेस्ट और 20 फीसदी नंबर इंटर्नल एसेसमेंट के आधार पर दिए गए हैं।

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