ग्वालियर। पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिन्धिया ने कहा कि कांग्रेस किसानों की लडाई बराबर लड रही है और जब तक किसानों को केन्द्र व प्रदेश सरकार मुआवजा नहीं देती तब तक किसानों की लडाई सडक से लेकर संसद तक लडी जाएगी। सिन्धिया आज ओला व अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों के बीच पहुंचे और यहां ओला व बारिस से बर्बाद हुई फसल को देखा तथा कहा कि कांग्रेस पार्टी गरीब व किसानों की लडाई आखिरी सांस तक लडेगी। किसानों ने सिन्धिया को बताया कि पूर्व में हुई ओलावृष्टि का मुआवजा भी अभी तक नहीं मिला है, जिस पर सिन्धिया ने कहा कि हमैं पता है और हम बराबर आन्दोलन कर रहे है। लेकिन केन्द्र व प्रदेश में बैठी भाजपा सरकार किसानों का हित नहीं देख रही है। प्रदेश का किसान असमय हुई ओलावृष्टि से लगातार प्रभावित हो रहा है तथा भूखों मरने की स्थिति में है। सैकडों की संख्या में किसान आत्म हत्या कर चुके है, लेकिन प्रदेश सरकार कहती है कि हमारे कार्यकाल में खेती का कार्य बढा है।
सिन्धिया आज भिण्ड जिले के मौ व लहार क्षेत्र के ओला पीडित किसानों से मिले तथा बर्बाद हुई फसलों का जायजा भी लिया। उन्होंने किसानों से कहा कि संकट की इस घडी में किसान धैर्य से काम करें। सांसद सिन्धिया ने कहा कि ओलावृष्टि से फसलों का बहुत नुकसान हुआ है। इसलिए सरकार किसानों से अगली फसल तक सभी प्रकार की सरकारी बसूली स्थगित करने के निर्देश जारी करें। इस फसल के बिजली बिलों को माफ किया जाए। उन्होंने कहा कि ओलावृष्टि के सर्वे रिपोर्ट की एक कॉपी किसान के हाथ में भी दी जाए, ताकि उसे मालूम हो उसके नष्ट फसल का सर्वे ठीक से हुआ है या नहीं। सांसद सिन्धिया ने कहा कि अगली फसल के लिए किसानों को खाद-बीज खरीदने के लिए लोन उपलब्ध कराया जाए।
सिन्धिया ने प्रदेश सरकार सहित पंजाब, हरियाणा, उत्तराखण्ड व उत्तरप्रदेश में ओला व अतिवृष्टि से फसलों की तबाही को लेकर प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर आपदा कोष से राहत देने की बात कही है।