ग्वालियर। कलेक्टर इलैया राजा टी ने कहा है कि भिण्ड जिले की तहसील मौ, लहार, मिहोना, अटेर क्षेत्र के अन्तर्गत ओलावृष्टि से किसानों की फसल क्षति का सर्वे कार्य के लिए नियुक्त की गई टीमो के द्वारा शीघ्र पूरा कराने की पहल की जा रही है। साथ ही भिण्ड तहसील के अन्तर्गत प्रारंभिक आंकलन की कार्यवाही शीघ्र होना चाहिए। इस आशय के निर्देश जिले के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार, कृषि और ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों को दिए गए है।
कलेक्टर इलैया राजा टी ने कहा कि प्रारंभिक तोर पर किए गए फसल आंकलन के मुताबिक राज्य शासन से किसानों की ओलावृष्टि से हुई फसल क्षति के लिए 13 करोड 5 लाख 31 हजार रूपए के प्रारंभिक आवंटन का प्रस्ताव भेजा गया है। अगर आवश्यक हुआ तो अतिरिक्त राशि की मांग का प्रस्ताव भेजा जावेगा। ओलावृष्टि से जिले की मौ तहसील के 32 गांवों के 7145 किसान प्रभावित हुए है। जिनकी 5716 हैक्टेयर सरसो, गेहूं, मसूर, चना, मटर आदि की फसलों में नुकसान हुआ है। इस नुकसान के लिए 7 करोड 64 लाख 93 हजार रूपए, लहार के 23 गांवों के 4016 किसानों की 3208 हैैक्टेयर भूमि का रकवा प्रभावित हुआ है। जिसके लिए 3 करोड 55 लाख 29 हजार, मिहोना के 9 ग्राम के 2229 किसान ओले से प्रभावित हुए है। उनकी 1422 हैक्टेयर का रकवा में नुकसान हुआ है। जिसके लिए 1 करोड 27 लाख 19 हजार एवं अटेर क्षेत्र के 8 गांवों के 861 किसान प्रभावित हुए है। जिनकी 1277 हैक्टेयर भूमि में नुकसान के लिए 5 करोड 7 लाख 90 हजार रूपए की राशि की मांग शासन से की गई है।
इस प्रकार से इन तहसील के कुल 72 ग्रामों के 13251 प्रभावित किसानों की भूमि का रकवा 11623 हैक्टेयर की फसल में नुकसान का प्रारंभिक आंकलन किया गया है। जिसके लिए कुल राशि रूपए 13 करोड 5 लाख 31 हजार रूपए की राशि का प्रस्ताव राज्य शासन को भेजा गया है। इसी प्रकार भिण्ड तहसील के क्षेत्र में 14 मार्च को ओलावृष्टि से हुई फसलो का प्रारंभिक आंकलन किया जा रहा है। जिसकी मांग पृथक से की जावेगी।

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