भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कलाकारों की कला को प्रोत्साहित करने के लिए पद्मश्री की तरह मध्यप्रदेश का राजा संग्राम शाह पुरस्कार स्थापित किया जाएगा और कलाकारों का सम्मान किया जाएगा। यह पुरस्कार जनजातीय समुदाय के नृत्य, संगीत और अन्य कलाओं में श्रेष्ठ कलाकारों को हर साल दिया जाएगा।
एक नवंबर मध्यप्रदेश दिवस के दिन हम उन्हें सम्मानित करेंगे। यह पुरस्कार सिर्फ जनजातीय कलाकारों के लिए होगा। उन्होंने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस के दिन पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में अपनी कला का प्रदर्शन कर नृत्य कौशल दिखाने वाले हमारे सभी 650 कलाकार, भांजे-भांजियों को 5-5 हजार प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। मंगलवार को सीएम हाउस में कलाकारों से संवाद कार्यक्रम में सीएम ने कहा सभी का स्वागत करके बहुत खुशी मिली है। इतने अच्छे कलाकार मध्यप्रदेश के हर कोने से जनजाति के हर वर्ग से आए हैं। ये मामा से मिले बिना चले जाएं तो ये कैसे हो सकता है? आप सभी की प्रस्तुति से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अभिभूत हो गए। मोदी कला के पारखी हैं।
उन्होंने ढूंढ-ढूंढ कर कलाकारों को सम्मानित किया। ये कला का सम्मान है। मुख्यमंत्री चौहान ने इस मौके पर जनजातीय कलाकार पद्मश्री भूरी बाई और पद्मश्री भज्जू श्याम का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। बाद में सीएम चौहान ने जनजातीय कलाकारों के साथ बिढ़ई, कढ़ी, खिचड़ी, छोले भटूरे और जलेबी का नाश्ता भी किया।