टीकमगढ़ ! स्थानीय तालदरवाजा निवासी एक युवती ने जनसुनवाई में उपस्थित होकर बताया है कि तालदरवाजा अखाड़ा निवासी एक युवक ने पहले तो उसके घर में घुसकर उसके साथ दुष्कर्म किया और बाद में शादी का झांसा देकर महीनों अपने पास रखकर लगातार दुराचार करने के बाद अब उसे दर-दर की ठोकरें खाने के लिए अकेला छोड़ दिया है। बीते तीन माह से पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के प्रयासों के बाद थक-हारकर युवती ने अपने परिजनों के साथ 5 जुलाई को जनसुनवाई में उपस्थित होकर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका दास को अपने साथ हुई ज्यादती से अवगत कराया तब जाकर महिला सशक्तिकरण अधिकारी श्रीमती ऋतुजा चौहान को इस मामले में युवती को न्याय दिलाने के आदेश कलेक्टर द्वारा दे दिए गए। कलेक्टर प्रियंका दास को दिए आवेदन में युवती ने उल्लेख किया है कि बीते माह 28 फरवरी की रात करीब 2:30 बजे अखाड़ा तालदरवाजा निवासी भागीरथ कुशवाहा का लडक़ा उसके घर में घुस आया और उसके गले पर चाकू रखकर उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया। इस घटना को पीडि़त युवती की दादी ने देख लिया जिससे घबड़ाकर युवक ने उससे शादी करने की बात कही। इस घटना के बाद दूसरे दिन 1 मार्च को आरोपी युवक स्टाम्प बैंडर गायत्री भट्ट से 50 रुपए का स्टाम्प खरीद लाया। आरोपी युवक ने इस स्टाम्प पर शादी होने की बात का उल्लेख कर पीडि़ता को पांच मार्च की दोपहर 3 बजे पपौरा चौराहे पर बुलाकर शादी की लिखा-पड़ी करने की बात कही। युवती का कहना है जब वह नियत समय पर पपौरा चौराहे पर पहुंची तो आरोपी युवक अपने सहयोगी साथी की मदद से उसे मोटर साइकिल पर बैठाकर सागर ले गया। सागर में आरोपी युवक ने उसे अपने अन्य साथी लोकेश शर्मा के मकान पर रखा जहां उसके साथ नियमित दुष्कर्म किया गया।
नाबालिग आरोपी से दिलाया शपथ पत्र: इस मामले में गौरतलब तथ्य यह है कि आरोपी युवक महज 18 वर्ष का है और उसके द्वारा दिया गया शपथ पत्र कानूनी रुप से वैध नहीं माना जा सकता। युवती के परिजनों द्वारा थाने में शिकायत दर्ज कराने की खबर मिलने पर आरोपी युवक के साथी ने युवती के घर जाकर बताया कि उनकी पुत्री सागर में लोकेश शर्मा के निवास पर है। पुत्री का पता चलते ही उसका पिता बालमुकुंद कुशवाहा 7 मार्च को सागर जाकर अपनी पुत्री को साथ ले आया। इस मामले में पुलिस ने आरोपी युवक द्वारा दिए गए शपथ पत्र को मान्य कर लिया जिसमे लेख किया गया था कि इन दोनों ने कुंडेश्वर मंदिर जाकर हिंदू विधि अनुसार शादी कर ली है। पुलिस थाना टीकमगढ़ में पदस्थ अधिकारियों पर इस मामले में दुष्कर्म जैसे अपराध को छिपाने का आरोप लगाया गया है।