भोपाल। राष्ट्रीय विधि संस्थान विश्वविद्यालय (एनएलआईयू) में 100 छात्राओं के साथ यौन शोषण के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सख्ती दिखाते हुए आरोपी प्रोफेसर तपन रंजन मोहंती के खिलाफ जांच और कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। एनएलआईयू की करीब 100 छात्राओं ने अपने ही प्रोफेसर तपन रंजन मोहंती पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। इनमें से कई छात्राएं नाबालिग हैं। इस संबंध में संस्थान के छात्रों के एक ग्रुप ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। इसके बाद सीएम आवास पर बुलाई गई एक बैठक में मुख्यमंत्री ने डीजीपी और कमिश्नर भोपाल को संबंधित शिक्षक के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए। साथ ही एक महिला पुलिस अधिकारी से मामले की जांच कराने को भी कहा है।
छात्राओं का आरोप: IB और न्यायिक अफसर बना रहे दबाव
कुछ छात्राओं का यहां तक कहना है कि एनएलआईयू में इंफोरमेशन ब्यूरो (स्टेट) के अधिकारी घूम रहे हैं। वे छात्रों पर पे्रशर बनाने की कोशिश कर रहे हैं। प्रोफेसर के इस्तीफा होने के बाद हाईकोर्ट से कुछ फोन संस्थान के अधिकारी, प्रोफेसर और विद्यार्थियों के पास पहुंचे हैं, जिन्हें उन्होंने रिकार्ड कर लिया है। छात्राओं की मांग है कि मोहंती की जांच भोपाल की जिला न्यायाधीश गिरीबाल सिंह से कराई जाए। क्योंकि वे पूर्व में एनएलआईयू में रजिस्ट्रार रह चुकी हैं। डिग्री में फर्जीवाड़ा करने के आरोप में भी कार्रवाई होना शेष हैं। एनएलआईयू के विद्यार्थियों के साथ अन्य प्रोफेसरों का कहना है कि मोहंती ने काफी शर्मनाक काम किया है। इसके लिए उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होना चाहिए।
चीफ जस्टिस और हाईकोर्ट जस्टिस से भी बात करेंगी सीएम
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने छात्राओं को आश्वस्त किया है कि वे इस संबंध में चीफ जस्टिस और मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के जस्टिस से भी बात करेंगे। उन्होंने कहा है कि छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।