जबलपुर आजादी के अमृत महोत्सव के आईकॉनिक वीक की श्रंखला में आज दिव्यांगों हेतु नेशनल करियर सर्विस सेंटर में भारत सरकार श्रम एवं रोजगार मंत्रालय रोजगार महानिदेशालय के अंतर्गत दिव्यांग आवेदकों के लिए मेगा जॉब फेयर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में निशक्तजन आयुक्त श्री संदीप रजक, कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी, केंद्र प्रमुख श्री विलास पवार एवं श्री आशीष दीक्षित संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय विभाग उपस्थित रहे।

नि:शक्तजन आयुक्त श्री रजक ने कहा कि दिव्यांगजनों के लिए रोजगार-स्वरोजगार के लिए अमृत महोत्सव अंतर्गत यह विशेष कार्यक्रम नेशनल करियर सर्विस सेंटर में मेगा जॉब फेयर का आयोजन किया गया है। जो कि मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ का एकमात्र संस्थान है। हमें खुशी है यह संस्थान जबलपुर में है। उन्होंने आग्रह किया जनसहभागिता से इस संस्थान को बेहतर से बेहतर बनाया जाये। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्येक दिव्यांग में कुछ असाधारण क्षमता होती है। उनके कार्य अच्छे होते हैं। अत: अन्य व्यवसायिक संस्थान भी एक-एक दिव्यांग को रोजगार प्रदान करें।

कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा ने कहा कि दिव्यांगजन के हित के लिए शासन द्वारा अनेक योजनाएं संचालित हैं। उन्हीं में से एक है उनके रोजगार-स्वरोजगार सुनिश्चित करने का प्रयास। इसी प्रयास के अंतर्गत आज मेगा जॉब फेयर का आयोजन किया गया है। जॉब के लिए अन्य बातों के साथ स्किल की महत्ता को बताते हुए उन्होंने कहा कि कौशल विकास करें क्योंकि कौशल विकास से रोजगार सुनिश्चित होता है। प्रयास करते रहें, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती है। स्वयं पर भरोसा रखें और अपनी क्षमताओं व अवसर को पहचानें। उन्होंने कहा कि नेशनल करियर सर्विस सेंटर की समस्याओं का समाधान किया जायेगा और इसे विस्तार करने की दिशा में कार्य किया जायेगा। स्वरोजगार की दिशा में कार्य करने वाले इच्छुक युवाओं से कहा कि स्वरोजगार के लिए प्रशासन हर संभव मदद करने के लिए तैयार है। इसलिए इस दिशा में अपना हौसला बढ़ायें।
कार्यक्रम में लगभग 96 आवेदकों ने अपने रोजगार के लिए आवेदन प्रस्तुत किए एवं कुछ आवेदकों का जॉब स्क्रीनिंग अगले कुछ दिनों में आयोजित किया जाएगा एवं तीन दिव्यांग जनों का ऑन द स्पॉट जॉब ऑफर लेटर प्रदान किया गया।
इस कार्यक्रम में प्रक्षेप प्राइवेट लिमिटेड के आशीष रावत तेलंग साक्षात्कार समन्वय उपस्थित रहे कार्यक्रम का संचालन सिमरन सिंह शुक्ला के द्वारा किया गया इस कार्यक्रम को सफल बनाने में चंद्रकांत पाटील कांति कुमार देशमुख का विशेष सहयोग रहा।