जबलपुर, । मानसिक एवं बहुविकलांगता से ग्रसित दिव्यांगजनों के लिये अप्रैल माह में वृहद स्तर पर आयोजित किये जा रहे शिविर की तैयारियों को लेकर कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में संपन्न हुई कार्यशाला में जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में निवासरत मानसिक एवं बहुविकलांग दिव्यांगजनों का सर्वे करने के निर्देश सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिये गये है ताकि इन दिव्यांगजनों को इस शिविर में शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाया जा सके।
कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी की अध्यक्षता में आयोजित की गई इस कार्यशाला में आयुक्त नि:शक्तजन मध्यप्रदेश संदीप रजक भी मौजूद थे। कार्यशाला के प्रारंभ में जिला पंचायत की सीईओ डॉ.सलोनी सिडाना ने पावर प्वाइंट प्रेजेण्टेशन के माध्यम से कार्यशाला के उद्देश्य की विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने सात अप्रैल को आयोजित किये जा रहे जिला स्तरीय शिविर के लिये दायित्व निर्धारित करते हुये ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्र में मानसिक एवं बहुविकलांग से ग्रसित दिव्यांगजनों सर्वे करने की जिम्मेदारी अलग अलग विभागों को दी। जिला पंचायत की सीईओ ने बताया कि मानसिक एवं बहुविकलांगता से ग्रसित दिव्यांगजनों की लीगत गार्जिंयनशिप भी सात अप्रैल को आयोजित किये जा रहे शिविर में दी जायेगी।
कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने बैठक में कहा कि मानसिक एवं बहुविकलांगता से ग्रसित दिव्यांगजनों के सर्वे के साथ-साथ यह जानकारी भी संकलित की कि ऐसे दिव्यांगजनों को पूर्व में किसी शासकीय योजना का लाभ मिला है अथवा नहीं। उन्होंने सर्वे के लिये जिम्मेदार बनाये गये अधिकारियों को सर्वे का कार्य तुरंत प्रारंभ करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने कहा कि सर्वे की प्रगति और शिविर के आयोजन के लिये सौंपे गये दायित्वों पर हुये अमल की समीक्षा एक सप्ताह बाद पुन: की जायेगी।
कार्यशाला में बताया गया कि सात अप्रैल को मानसिक एवं बहु विकलांगता से ग्रसित दिव्यांगजनों के लिये आयोजित किये जा रहे शिविर का मुख्य उद्देश्य शासन द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ दिव्यांगजनों को दिलाना है। कार्यशाला में सामाजिक न्याय, शिक्षा, स्वास्थ्य, जिला पंचायत एवं जनपद पंचायतों तथा सभी नगरीय निकायों के अधिकारी तथा दिव्यांगजनों के कल्याण के लिये कार्य कर रही विभिन्न अशासकीय संस्थाओं के पदाधिकारी मौजूद थे।