इंदौर, 12 मार्च । धार जिले के बाग टांडा रोड पर 8 मार्च को इंदौर के व्यापारी रमेशचंद्र अग्रवाल और बेटे दीपक अग्रवाल से डेढ़ लाख रू. लूटकर उन्हें अधमरा कर दिया गया था। रमेशचंद्र अग्रवाल को आज पांच छह दिन बाद भी होश नहीं आया है। वे इंदौर के आदित्य अस्पताल के आईसीयू में जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। लुटेरों ने डेढ़ लाख रूपया लूटकर उनका सिर हथियारों से फोड़ दिया था उन्हें 15 से ज्यादा टांके आए है।
दोनों पिता पुत्र इंदौर के हवा बंगला क्षेत्र के विदुर नगर में रहते हैं और टांडा धार में अस्थायी रूप से रहकर अनाज खरीदी का धंधा करते हैं। वे दोनों दुपहिया वाहन से लौट रहे थे तभी बाग टांडा रोड पर बाग से छह किलोमीटर दूर उन्हें लूट लिया गया था। उनके घायल होने की सूचना इंदौर के व्यापारी कमल अग्रवाल को मोबाइल पर दी गई थी
तब उन्हें बाग के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से बड़वानी और वहां से इंदौर रेफर कर दिया गया। बाग पुलिस ने इंदौर के आदित्य अस्पताल पहुंचकर घटना की जानकारी लेकर एफआईआर दर्ज की। लुटेरे भी मोटर सायकल पर थे और मारपीट कर डेढ़ लाख रू. मोबाइल लूट लिए। लुटेरों ने व्यापारी रमेशचंद्र अग्रवाल के सिर पर नुकीले पत्थरों से वार दिया था।
इंदौर धार अहमदाबाद बाग टांडा कुक्षी होकर बड़ोदा रोड पर दिन रात आदिवासी भील लुटेरो का खतरा बना रहता है फिर भी पुलिस कठोर कार्रवाई नहीं करती है। इंदौर संभागीय मुख्यालय है फिर भी पुलिस कार्रवाई क्यों नहीं करती। कहा जाता है कि धार जिले के नेताओं के दबाव की वजह से पुलिस कार्रवाई नहीं करती है क्योंकि ये ही चोर लुटेरे चुनाव जितवाने में मददगार होते हैं।