उज्जैन।  महाकाल मंदिर में संचालित तथा नवनिर्माण के चलते आकार ले रहे समस्त प्रकल्पों के नाम हिंदी में होंगे। गौरव दिवस पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इसकी घोषणा की है।

सीएम की घोषणा से नगर के संत व प्रबुद्धजन खुश हैं।  मुख्यमंत्री ने उसे मानकर गौरव दिवस पर हमारा मान बढ़ाया है। महाराजश्री ने कहा कि महाकाल मंदिर विस्तारीकरण की योजना बनाने वाले अधिकारियों ने प्रकल्पों के नाम अंग्रेजी में रख दिए थे। इसमें महाकाल प्लाजा, सप्तऋषि प्लाजा, रूद्रसागर लोटस लेक आदि शामिल हैं।

वेद, व्याकरण, संस्कृत, साहित्य और शिक्षा की नगरी रही उज्जैन में ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के प्रकल्पों का अंग्रेजी में नाम गुलाम मानसिकता का परिचायक है। इसका विरोध करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को पत्र लिखा था। गौरव दिवस पर शहर आए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने शिप्रा तट से मंदिर के विभिन्न प्रकल्पों का नाम हिंदी में रखने की घोषणा की है। इसके लिए संत समाज व नगरवासियों की ओर से साधुवाद। बता दें महाकालेश्वर वैदिक शोध संस्थान के निदेशक डा.पीयूष त्रिपाठी ने प्रकल्पों का नाम हिंदी में रखने की मांग का समर्थन करते हुए विस्तारीकरण क्षेत्र में स्कंद पुराण में उल्लेखित महाकाल वन में लगने वाले शिव से संबंधित वृक्ष लगाने का सुझाव दिया था।